हनुमा विहारी ने पेश की मिसाल
खेल कोई भी हो उससे जुड़े खिलाड़ी के भीतर हमेशा एक जुनून रहता है। ये जुनून होता है अपनी टीम को सबसे ऊपर ले जाने की और किसी भी परिस्थिति में हार ना मानने की। ऐसे ही खिलाड़ियों से एक सर्वश्रेष्ठ और चैंपियन भी बनती है। ऐसा ही कुछ रणजी ट्रॉफी के चौथे क्वार्टर फाइनल में भी देखने को मिला जिसके बाद पूरी दुनिया अब हनुमा विहारी के जज्बे को सलाम कर रहा है।
बल्लेबाजी करते हुए टूटी हनुमा की कलाई
दरअसल रणजी ट्रॉफी के चौथे क्वार्टर फाइनल में हनुमा विहारी मध्यप्रदेश के खिलाफ गंभीर रूप से चोटिल हो गए। बल्लेबाजी के दौरान उनकी कलाई में चोट लग गई। स्कैन में पता चला की उन्हें फ्रैक्चर हैं लेकिन इसके बावजूद वे अपनी टूटी हुई कलाई के साथ मैदान पर बल्लेबाजी करने उतर गए ताकि वह अपनी टीम को अच्छी स्थिति में पहुंचा सके। यह देखकर अब दुनिया टीम के लिए उनके समर्पण को सलाम कर रही है। हनुमा ऑस्ट्रेलिया दौरे पर भी हैमस्ट्रिंग होने के बावजूद टीम के लिए मैदान पर मुश्किल वक्त में बल्लेबाजी की थी।
लहूलुहान अंगूठे से बांग्लादेश के रोहित ने होश उड़ा दिए
ऐसा पहली बार नहीं हुआ है जब खिलाड़ी गंभीर चोट के बावजूद अपनी टीम के लिए जी जान लगा दिया हो। पिछले साल बांग्लादेश दौरे पर कप्तान रोहित शर्मा ने अपने लहूलुहान अंगूठे के साथ टीम के लिए बल्लेबाजी करने उतरे थे। मैच में भारत को 272 रनों का लक्ष्य मिला था लेकिन चोटिल होने के कारण रोहित ओपनिंग करने नहीं उतर सके थे। इस बीच टीम इंडिया के विकेट लगातार गिरते जा रहे थे। ऐसे में भारत हार की कगार पर पहुंच चुका था, तभी रोहित 9वें नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरे और 28 गेंद में नाबाद 51 रन बना दिए। इसके बाद तो भारत मैच जीतने की स्थिति में पहुंच गया था लेकिन रोहित को अन्य किसी खिलाड़ी का साथ नहीं मिल सका जिसके कारण बांग्लादेश मैच को सिर्फ 5 रन से जीतने में कामयाब रही।
टूटे जबड़े के साथ अनिल कुंबले ने की थी गेंदबाजी
ऐसा ही कुछ भारत के पूर्व कप्तान और कोच अनिल कुंबले के साथ भी हुआ था। यह बात साल 2002 की है जब टीम इंडिया वेस्टइंडीज के दौरे पर थी और एंटीगुआ टेस्ट में अनिल कुंबले का जबड़ा गेंद लगने के कारण पूरी तरह से टूट गया था। उनका चेहरा पूरा लहूलुहान था और उनके चेहरे पर बैंडेज और पट्टियाँ बंधी थी। फिर भी उन्होंने अपने दर्द की परवाह ना करते हुए गेंदबाजी कर एक खेल के प्रति का एक अनूठी मिसाल पेश की थी।