श्री रामायण स्पेशल (Sri Ramayana Special) भले ही दिल्ली से रवाना होगी, लेकिन गाजियाबाद, अलीगढ़, टुंडला, इटावा, कानपुर और लखनऊ स्टशनों से भी यात्री ट्रेन में सवार हो सकेंगे। यह ट्रेन पर्यटकों को 18 दिनों में मर्यादा पुरुषोत्तम राम से जुड़े सभी महत्वपूर्ण धार्मिक स्थलों का भ्रमण तथा दर्शन कराएगी।
आईआरसीटीसी के यह स्पेशल ट्रेन पूरी तरह से एयर कंडीशंड है। सभी अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस इस ट्रेन में फस्ट एसी तथा सेकेंड एसी के डिब्बे लगाए गए हैं। ट्रेन में रेल डाइनिंग रेस्तरां वाले दो डिब्बे हैं। चलती ट्रेन में भोजन तैयार करने के लिए इसमें एक आधुनिक किचन कार लगाया गया है। इस ट्रेन में यात्रियों के लिए फुट मसाजर, मिनी लाइब्रेरी, आधुनिक एवं स्वच्छ शौचालय और शॉवर क्यूबिकल आदि की सुविधा भी उपलब्ध होगी। साथ ही सुरक्षा के लिए सेक्युरिटी गार्ड, इलेक्ट्रॉनिक लॉकर एवं सीसीटीवी कैमरे भी प्रत्येक कोच में उपलब्ध रहेंगे।
दिल्ली से शुरू होगी यात्रा
यह ट्रेन सात अप्रैल को दिल्ली सफदरजंग से रवाना होगी। यात्रा का पहला पड़ाव प्रभु श्री राम का जन्म स्थान अयोध्या होगा जहां श्री राम जन्मभूमि मंदिर श्री हनुमान मंदिर एवं नंदीग्राम में भरत मंदिर का दर्शन कराया जाएगा। अयोध्या से रवाना होकर यह ट्रेन सीतामढ़ी जाएगी जहां जानकी जन्म स्थान का दर्शन कराया जाएगा। पर्यटकों को वहां नेपाल के जनकपुर ले जाया जाएगा। वहां राम जानकी मंदिर का दर्शन कराया जाएगा। रात्रि विश्राम नेपाल के जनकपुर के होटल में ही होगी। इसके बाद ट्रेन का अगला पड़ाव बक्सर होगा जहां रामरेखा घाट तथा प्राचीन मंदिरों के भ्रमण के बाद पर्यटक ट्रेन से काशी के लिए प्रस्थान करेंगे।
भोले बाबा की नगरी में रात्रि विश्राम
बक्सर से चल कर ट्रेन भगवान शिव की नगरी काशी पहुंचेगी। बनारस में पर्यटक काशी के प्रसिद्ध मंदिरों का भ्रमण करेंगे। उन्हें काशी के साथ साथ सीता समाहित स्थल प्रयाग, श्रृंगवेरपुर तथा चित्रकूट की यात्रा एसी बसों से करायी जाएगी। इस दौरान पयर्टकों के लिए काशी, प्रयाग तथा चित्रकूट में रात्रि विश्राम की व्यवस्था होगी। उन्हें आरामदायक एयर कंडीशंड होटल में रात्रि विश्राम कराया जाएगा। बस भी एसी ही होगी।
त्रयंकेश्वर का भी दर्शन
चित्रकूट से चलकर यह ट्रेन नासिक पहुंचेगी जहां पंचवटी तथा त्रयंबकेश्वर मंदिर का दर्शन किया जा सकेगा। नासिक के बाद प्राचीन किष्किंधा नगरी हंपी इस ट्रेन का अगला पड़ाव होगा जहां अंजनी पर्वत स्थित श्री हनुमान जन्म स्थल तथा अन्य महत्वपूर्ण धार्मिक और विरासत मंदिरों का दर्शन कराया जाएगा। हम्पी के पश्चात ट्रेन रामेश्वरम पहुंचेगी। रामेश्वरम में पर्यटकों को प्राचीन शिव मंदिर तथा धनुषकोडी के दर्शन का लाभ मिलेगा।
दक्षिण भारत का अयोध्या भी जाएंगे
रामेश्वरम के बाद पर्यटकों का अगला पड़ाव तेलंगाना राज्य स्थित भद्राचलम होगा। इसे दक्षिण की अयोध्या भी कहा जाता है। वहां पर्यटकों को सड़क मार्ग से भद्राचलम का साइट सीइंग कराया जाएगा। इस ट्रेन का अंतिम पड़ाव नागपुर होगा जहां पर्यटक रामटेक मंदिर का भ्रमण करेंगे। नागपुर से चलकर यह ट्रेन 18वें दिन दिल्ली वापस पहुंचेगी। इस दौरान ट्रेन द्वारा लगभग 7,500 किलोमीटर की यात्रा पूरी हो जाएगी।
क्या होगा किराया
आईआरसीटीसी ने इस विशेष यात्रा के अलग अलग टैरिफ निर्धारित किया है। यदि कोई व्यक्ति एसी प्रथम श्रेणी में दो व्यक्ति का कूपा लेना चाहते है। तो उन्हें प्रति व्यक्ति 1,68,950 रुपये चुकाना होगा। यदि चार लोगों के केबिन में सफर करना चाहते हैं तो प्रति व्यक्ति 1,46,545 रुपये चुकाना होगा। यदि सेकेंड एसी के डिब्बे में यात्रा करनी है तो प्रति व्यक्ति 1,14,065 रुपये चुकाना होगा।
इस पैकेज में क्या क्या शामिल
इस टूर पैकेज की कीमत में यात्रियों को रेल यात्रा के अतिरिक्त हर वक्त का शाकाहारी भोजन, वातानुकूलित बसों द्वारा पर्यटक स्थलों का भ्रमण, एसी होटलों में ठहरने की व्यवस्था, गाइड तथा इंश्योरेंस आदि का शुल्क भी शामिल है। इस यात्रा की पूरी अवधि के दौरान आईआरसीटीसी की टीम स्वच्छता एवं स्वास्थ्य संबंधी सभी प्रोटोकॉल का ध्यान रखेगी। जरूरत पड़ने पर यात्रियों के लिए इमर्जेंसी डॉक्टर को भी कॉल किया जाएगा।
किस्तों में कीजिए पेमेंट
आप यदि रामायण सर्किट की यात्रा करना चाहते हैं और आपके पास अभी इतने पैसे नहीं हैं तो कोई बात नहीं। आप इसका भुगतान किस्तों में भी कर सकते हैं। आईआरसीटीसी ने टूर बुकिंग प्रक्रिया को सुगम बनाने के लिए पेटीएम और रेज़रपे जैसी पेमेंट गेटवे संस्थाओं से करार किया है। इस वजह से टूरिस्ट पैकेज कॉस्ट का भुगतान भुगतान डेबिट/क्रेडिट कार्ड द्वारा कर सकते हैं। वे चाहें तो इसका भुगतान किस्तों में भी कर सकते हैं। मतलब कि अभी धार्मिक यात्रा कीजिए, बाद में पेमेंट कीजिए।