अलीगढ़ जिले के इगलास कोतवाली क्षेत्र के जहरौली गांव में भेड़िए जैसे दिखने वाले जानवर के घुस जाने से हड़कंप मचा गया. जानवर ने घरों के अंदर सो रहे लोगों के साथ-साथ जानवरों पर भी जानलेवा हमला किया. सोमवार रात हुए हमले से तीन गांव वालों समेत एक बकरी और एक गाय घायल हो गई. भेड़िए जैसे जानवर के बढ़ते आतंक के बाद ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से उसे जल्द से जल्द पकड़ने की अपील की है.
बीते सोमवार देर रात इगलास कोतवाली क्षेत्र के जहरौली गांव में उस वक्त अफरा-तफरी मच गई, जब गांव वालों ने भेड़िए की तरह दिखने वाले जानवर को गांव में देखा. जानवर ने इंसानों और पालतू जानवरों पर हमला कर दिया. देर रात तेज आवाज सुनकर अपने-अपने घरों में सो रहे लोग भी जाग गए. गांव वालों का जमावड़ा लग गया. गांव के तीन लोगों और पालतू जानवर पर हमले का पता चलते ही पूरे गांव में दहशत का माहौल हो गया.
पति-पत्नी पर किया हमला
जंगली जानवर के हमले से एक महिला और दो व्यक्ति समेत दो जानवर घायल हो गए. इनको इलाज के लिए परिजन CHC इगलास ले गए. जंगली जानवर का शिकार हुए जहरौली गांव निवासी सियाराम ने बताया कि देर रात वह अपने घर में सो रहा था, तभी घर में घुसे जंगली जानवर ने अचानक उस पर हमला कर दिया. जानवर ने सियाराम का हाथ अपने मुंह में दबोच लिया, जिसके चलते उसकी चीख निकल गई. चीख की आवाज सुनते ही पत्नी उसको जंगली जानवर से बचाने के लिए पहुंची तो उसने पत्नी पर भी हमला कर दिया.
ट्यूबेल पर सो रहे बुजुर्ग किया हमला
कड़ी मशक्कत के बाद पत्नी कुसमा ने ईंट से भेड़िए जैसे दिखने वाले जानवर के ऊपर हमला करते हुए उसके मुंह से अपने पति का हाथ छुड़ा लिया. जंगली जानवर के हमले में दोनों पति-पत्नी घायल हो गए. वहीं, हमले में घायल हुए बुजुर्ग घनश्याम चौधरी ने बताया कि सोमवार की रात में अपने खेतों पर बनी ट्यूबेल पर सो रहे थे. इसी दौरान अचानक भेड़िए जैसे दिखने वाले जंगली जानवर ने उसके हाथ पर हमला बोलते हुए वार कर दिया.
बुजुर्ग ने पकड़ा जानवर का जबड़ा
बुजुर्ग ने अपने उसी हाथ से उसका जबड़ा पकड़ लिया. जब हमलावर जानवर ने ज्यादा जोर लगाया तो बुजुर्ग ने अपने दूसरे हाथ से ऊपर का जबड़ा पकड़ लिया. इस दौरान दोनों के बीच करीब 20 मिनट तक जद्दोजहद होती रही. बुजुर्ग ने एक झटके से जंगली जानवर को खेत की मेड़ पर पटक दिया और अपनी जान बचाते हुए गांव की तरफ भाग आया.
रात तीन बजे किया था जंगली जानवर ने हमला
युवक विपिन चौधरी ने बताया कि देर रात करीब तीन बजे गांव में लोगों के चीखने की आवाजें सुनाई दीं. लोग चीख-चिल्ला रहे थे. भेड़िए के द्वारा ही लोगों पर हमला किया गया था. गांव वालों ने ही भेड़िए को भगाया. भेड़िया के हमले में घायल हुए लोगों को बेसवा कस्बा ले जाकर डॉक्टर से उपचार कराया गया.