देश के गरीबों के बैंकिंग सेवा से जोड़ने के लिए 2014 में लॉन्च किए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी स्कीम जन धन खाता (Jan Dhan Accounts) योजना के तहत खाताधारकों की संख्या 50 करोड़ के पार जा पहुंची है. प्रधानमंत्री जनधन योजना (Pradhan Mantri Jan Dhan Yojana) के तहत 56 फीसदी बैंकों खाते महिलाओं के खोले गए हैं तो 67 फीसदी बैंक खाते ग्रामीण और सेबी-अर्बन इलाकों में खोले गए हैं.
वित्त मंत्रालय ने इस उपलब्धि का लेकर प्रेस रिलीज जारी करते हुए बताया कि वित्तीय समावेषण के लिए नेशनल मिशन के तहत 28 अगस्त 2014 को प्रधानमंत्री जन धन योजना को लॉन्च किया गया था. ये स्कीम अपने 9 वर्ष पूरे कर चुका है. और बैंकों ने जो डेटा उपलब्ध कराया है उसके मुताबिक 9 अगस्त 2023 तक जन धन खातों की संख्या बढ़कर 50 करोड़ के पार जा पहुंची है. इन खाताधारकों में से 34 करोड़ अकाउंट्स के लिए मुफ्त में रूपे कार्ड जारी किया गया है.
वित्त मंत्रालय ने बताया कि इस योजना के तहत 56 फीसदी बैंक खाते महिलाओं के खोले गए हैं. 67 फीसदी बैंक खाते ग्रामीण और सेमी-अर्बन इलाकों में खोले गए हैं. जन धन खातों में जमा रकम 2.03 लाख करोड़ रुपये पर जा पहुंची है. यानि हर जन धन खाते में 4,076 रुपये का औसत बैलेंस है. इन 50 करोड़ में से 5.5 करोड़ खाताधारक डायरेक्ट बेनेफिट ट्रांसफर के जरिए सरकारी योजनाओं का लाभ उठा रहे हैं.
प्रधानमंत्री जन धन खातों ने देश के वित्तीय परिदृश्य में बदलाव लाने में बड़ी भूमिका अदा की है और आज देश में हर वयस्क के पास अपना बैंक खाता मौजूद है. जन धन खातों के खाताधारकों को कई प्रकार के लाभ दिए जाते हैं. इस योजना के तहत अकाउंट खोलने वालों को मिनिमम अकाउंट बैलेंस रखने की कोई जरुरत नहीं है. मुफ्त में रूपे कार्ड के साथ इसमें 2 लाख रुपये का दुर्घटना बीमा का लाभ मिलता है. साथ में 1,000 रुपये की ओवरड्रॉफ्ट फैसिलिटी भी मिलता है.