रायपुर । छत्तीसगढ़ योग आयोग के 25 अप्रैल को छठवें स्थापना दिवस पर सुभाष स्टेडियम में मंगलवार सुबह 6 से 7 बजे तक एक दिवसीय सामूहिक विशेष योगाभ्यास कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें लगभग 1500 लोग शामिल हुए और सामूहिक योगाभ्यास किया। योगाभ्यास सत्र के बाद लोगों को स्वस्थ जीवन-शैली और योग के प्रति जागरूक करने सुबह 7 बजे से जागरूकता रैली (पैदल यात्रा) निकाली गई। यह जागरूकता रैली सुभाष स्टेडियम से शुरू होकर शास्त्री चौक होते हुए जय स्तंभ चौक से सिटी कोटवाली होते हुए वापस सुभाष स्टेडियम में समाप्त हुई।
कार्यक्रम में योग आयोग के अध्यक्ष ज्ञानेश शर्मा ने नागरिकों को निःशुल्क योग केंद्र एवं नियमित प्रशिक्षण कार्यक्रम की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए फुंडहर स्थित भवन निःशुल्क उपलब्ध करवाने के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का आभार जताते हुए कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने योग के प्रचार-प्रसार के साथ लोगों को स्वस्थ जीवन-शैली की ओर लौटकर निरोगी बनाने की महती जिम्मेदारी योग आयोग को सौंपी है। इस दिशा में योग आयोग लगातार प्रयास कर रहा है। नगर निगम के सहयोग से प्रदेश में योग मय वातावरण का माहौल तैयार हुआ हैै। नगरीय क्षेत्रों में 40 से ज्यादा निःशुल्क योगाभ्यास केंद्र शुरू किए जा चुके है। मुख्यमंत्री बघेल की घोषणा पर पिछले वर्ष फुंडहर में योग भवन शुरू हो गया है। यहां योग विशेषज्ञों द्वारा 24 अप्रैल से सात दिवसीय संभाग स्तरीय प्रशिक्षण योग साधकों को दिया जा रहा है। इससे सुयोग्य योग प्रशिक्षक और अनुदेशक तैयार होंगे, जो छत्तीसगढ़ के गांव-गांव तक योग को पहुंचाएंगे।
पूर्व मंत्री और विधायक रायपुर ग्रामीण सत्यनारायण शर्मा, छत्तीसगढ़ राज्य गृह निर्माण मण्डल के अध्यक्ष कुलदीप जुनेजा और महापौर रायपुर एजाज ढेबर ने कहा कि योग आयोग की सक्रियता से छत्तीसगढ़ में योग के प्रति जागरूकता बढ़ी है। हर सार्वजनिक जगहों में लोग सुबह सुबह योग करते दिखाई देते हैं। उन्होंने लोगों से स्वस्थ रहने के लिए दैनिक जीवन में नियमित योग को अपनाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि नागरिकों के योगाभ्यास की सुविधा के लिए हर संभव सहयोग किया जाएगा।
इस अवसर पर संस्कृत विद्या मण्डल के अध्यक्ष सुरेश कुमार शर्मा, पार्षद सतनाम सिंह, प्रजापिता ब्रम्हकुमारी की प्रमुख सविता बहन, रविशंकर विश्वविद्यालय के योग आयोग के सचिव एम एल पांडे योग विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष भगवंत सिंह रायपुर सहित बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि और नागरिक शामिल हुए।