गढ़वा। गढ़वा के सदर अस्पताल में अव्यवस्था का आलम है। खासकर चिकित्सकों की मनमानी एवं सदर अस्पताल के उपाधीक्षक के गायब रहने के मामले पर लगाम ही नहीं लग पा रहा है।
यह स्थिति बुधवार को भी देखने को मिली, जब सदर अस्पताल से महज 50 मीटर की दूरी पर गोविंद जमा दो उच्च विद्यालय गढ़वा के मैदान में राज्य स्थापना दिवस की जश्न मनाई जा रही थी तो वहीं दूसरी ओर, अस्पताल में चिकित्सक के नहीं आने से मरीज व उनके परिजन परेशान हो रहे थे।
सवा घंटे देर से शुरू हुई ओपीडी
सदर अस्पताल में ओपीडी शुरू होने का निर्धारित समय सुबह नौ बजे से दोपहर बाद तीन बजे तक है, लेकिन ओपीडी समय से शुरू नहीं होता है। बुधवार को दंत रोग, नेत्र रोग एवं शिशु रोग ओपीडी में सुबह 10:15 बजे तक कोई भी चिकित्सक नहीं आए थे।
हालांकि, गाइनी ओपीडी में सुषमा शबनम होरो, दंत रोग ओपीडी में निकहत परवीन, नेत्र रोग ओपीडी में संजय कुमार तथा शिशु रोग ओपीडी में शिशिर चंद्राकर की ड्यूटी लगी हुई थी।
रमना की हसीना बीबी गाइनी चिकित्सक केा दिखाने के लिए आई थी। कांडी के अनमोल कुमार को आंख में परेशानी थी। वह नेत्र रोग विशेषज्ञ को दिखाने के लिए आए थे।
कई मरीज इलाज के लिए भटकते रहे
उन्हें बताया गया था कि बुधवार एवं शनिवार को ही नेत्र रोग ओपीडी में चिकित्सक बैठते हैं। इस कारण वह बुधवार को सुबह नौ बजे ही अस्पताल पहुंचा था, लेकिन नेत्र रोग ओपीडी मे नेत्र सहायक ही बैठे हुए थे। चिकित्सक नदारद थे।
इस संबंध में कई मरीजों के परिजनों का कहना था कि राज्य का स्थापना दिवस मनाया जा रहा है, यह सोच कर सुबह आ गए कि शायद आज भी तो समय पर ओपीडी शुरू होगा, लेकिन यहां तो प्रतिदिन का एक ही ढर्रा आज भी रहा है।
समय पर चिकित्सक आते ही नहीं हैं, जबकि इन पर लगाम लगाने के लिए उपाधीक्षक भी तो यहां से अक्सर गायब ही रहते हैं। शिकायत कहां किया जाए।