नई दिल्ली: कभी आलीशान जिंदगी जीने वाला हीरा कारोबारी नीरव मोदी (Nirav Modi) आज पैसों का मोहराज हो गया है। भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी (Nirav Modi) की जिंदगी उधार पर कट रही है। हालात ऐसे हैं कि उसके पास जुर्माने की रकम भरने तक के पैसे नहीं है। नीरव मोदी को अपने प्रत्यर्पण की अपील के लिए 150,247 पाउंड यानी 1.47 करोड़ रुपये का भुगतान करना है, लेकिन अब तक वो अपने प्रत्यर्पण की अपील के लिए लागत का भुगतान नहीं कर सका है। टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक नीरव मोदी 10 मार्च को एचएमपी वैंड्सवर्थ से वीडियो कॉल के जरिए बार्किंगसाइड मजिस्ट्रेट कोर्ट के सामने पेश हुआ। जहां उससे जुर्माने की रकम नहीं भर पाने को लेकर सवाल किए गए।
नीरव मोदी इस पेशी में बिना वकील के शामिल हुआ और अपना पक्ष भी खुद ही रखा। कोर्ट ने उसे प्रत्यर्पण के खिलाफ अपील के लिए 150247 पाउंड के भुगतान का निर्देश दिया था, जो वो नहीं कर सका। 28 दिन की डेडलाइन खत्म हो गई। नीरव मोदी ने कोर्ट के सामने अपील की थी कि उसे एक महीने में दस हजार पाउंड जमा करने की छूट मिले। हालांकि उसकी अपील को रिजेक्ट कर दिया गया था।
नहीं भर सका जुर्माना
नीरव मोदी जुर्माने की रकम नहीं भर सका। कोर्ट के सामने उसने वजह बताते हुए कहा कि मेरी सारी संपत्ति जब्त कर ली गई है। उसने बताया कि उसके पास इतनी संपत्ति तक नहीं है कि वो अपनी कानूनी फीस तक भर सके। उसने कहा कि मैं जुर्माना नहीं भर सकता और अभी मैं जेल में रहने को तैयार हूं। उसने कहा कि मैं पैसों की तंगी के कारण प्रत्यपर्ण शुल्क नहीं भर पाने के कारण जेल में हूं। नीरव मोदी को जुर्माना भरने के लिए 10 हजार पाउंड की जरूरत हैं, लेकिन अब तक वो इसका भुगतान नहीं कर सका है। नीरव मोदी ने कोर्ट के सामने कहा कि मैं दो सालों से उधार पर खर्च चला रहा हूं। मुझे उधार लेकर अपने खर्चे भरने पड़ रहे हैं। पैसे नहीं है इसलिए जेल में हूं। उसने कहा कि भारत में मेरी संपत्ति अवैध तौर पर जब्त कर ली गई है। जब कोर्ट ने पूछा कि जब अवैध तौर पर संपत्ति जब्त हुई है तो उसने विरोध क्यों नहीं किया। नीरव मोदी ने एक बार फिर से वहीं बात दोहराई कि उसे भारत में न्याय नहीं मिलेगा।