राष्ट्रीय लोक अदालत में 6000 बैंक के मामले में महज 158 मामले का हुए थे निष्पादन
——————————–
शिवहर—- 14 सितंबर को यानि कल ही जिला विधिक सेवा प्राधिकार के अध्यक्ष जिला व सत्र न्यायाधीश उदयवंत कुमार, जिला पदाधिकारी विवेक रंजन मैत्रेय के द्वारा राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन का शुभारंभ किया था।
बैंक के कुल 6000 मामले राष्ट्रीय लोक अदालत में रखे गए थे जिसमें से महज 158 मामले का निष्पादन किया गया। जिसमें कुल 70 लाख 66 हजार 221 रुपए समझौते के तौर पर राजस्व की प्राप्ति हुई ।
वही बीएसएनल के कुल 109 मामले रखे गए थे जिसमें से महज 5 मामले का निष्पादन हुआ तथा समझौते के तौर पर 8095 रूपए राजस्व की प्राप्ति हुई थी।
जिला विधिक सेवा प्राधिकार के अध्यक्ष व जिला व सत्र न्यायाधीश उदयवंत कुमार ने बताया कि आपसी सुलह के आधार पर अधिक से अधिक मामलों का निष्पादन करने की अपील की थी। ही
जिला पदाधिकारी विवेक रंजन मैत्रेय ने शुभारंभ के दौरान कहा था कि लोक अदालत के आयोजन का मकसद है की अदालत में आपसी सुलह के आधार पर विवादों के निपटारा करना और मुकदमों के झंझट से मुक्ति पाना।
जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव ललन कुमार ने बताया कि राष्ट्रीय लोक अदालत के सफल आयोजन को लेकर कर बेंच गठित किए गए थे जिस पर एडीजे- 1 बृजेश मणि त्रिपाठी बेंच नंबर एक पर, सीजीएम महेश शुक्ला बेंच नंबर दो पर, सीजीएम अमृत कुमार सिंह बेंच नंबर तीन पर तथा न्यायिक दंडाधिकारी शिखा वर्मा बेंच नंबर चार पर अपने-अपने अधिवक्ताओं के साथ मामले का निष्पादन किया था।