उमरिया के गाय मालिकों के लिए पशु चिकित्सा विभाग ने प्रतियोगिता रखी है। जिसमें सबसे अधिक दूध देने वाली गाय के मालिकों को पुरस्कृत किया जाएगा। प्रतियोगिता को लेकर पशु चिकित्सा विभाग ने तैयारी कर ली है। उप संचालक पशु चिकित्सा सेवाएं के एचपी शुक्ला ने बताया कि मुख्यमंत्री पशुपालन विकास योजना अंतर्गत भारतीय नस्ल ( साहीवाल, गिर, हरियाणा, राठी, थारपारकर, कांकेज, रेड सिन्धी आदि) की दुधारू गाय, जिनका उत्पादन 6 लीटर प्रतिदिन से अधिक हो के लिए पुरस्कार योजना प्रारंभ की गई है।
योजना में सर्वाधिक दुग्ध उत्पादन करने वाली प्रथम, द्वितीय व तृतीय गाय के मालिकों के क्रमशः 51 हजार, 21 हजार, 11 हजार रुपए का पुरस्कार दिया जाएगा। जिला उमरिया में इस योजना का क्रियान्वयन जिला स्तर पर उपसंचालक पशु चिकित्सा सेवा उमरिया की ओर से मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत की अध्यक्षता में गठित समिति की ओर से आयोजित की जा रही है।
भारतीय गाय की नस्लों को बढ़ावा देने के लिए प्रतियोगिता
योजना का उद्देश्य भारतीय दुधारू नस्ल की गायों का संरक्षण और उनके पालन को बढ़ावा देना है। पशु पालन व डेयरी विभाग के उप संचालक डॉ. एचपी शुक्ला की ओर से बताया गया कि इस योजना में विदेशी संकर नस्ल की गाय (एचएफ जर्सी आदि) पात्र नहीं होगी।
योजना में जिला स्तर पर प्रतियोगिता का आयोजन 14 फरवरी 2023 को किया जाएगा। जिसमें समिति गठित कर दूध संकलन और मापन किया जाएगा। सर्वाधिक दुग्ध उत्पादन करने वाली प्रथम, द्वितीय, तृतीय गायों के मालिक को पुरस्कृत किया जाएगा। पुरस्कार वितरण 15 फरवरी 2023 को किया जाएगा।
प्रतियोगिता के लिए आवेदन
प्रतियोगिता में गायों के चयन के लिए इच्छुक समस्त पशु पालक आवेदन जिले के नजदीकी पशु चिकित्सालय, पशु औषधालय, उप केन्द्रों में जाकर सोमवार तक किए जा सकते हैं। प्रतियोगिता के लिए गायों का चयन विभागीय चयन समिति की ओर से किया जाएगा।