पहाड़ी ( चित्रकूट) मच्छरों से जीना दुश्वार नहीं हुआ दवा का छिड़काव संचारी रोगों की रोकथाम के कैसे होंगे उपाय
विकास खंड पहाड़ी अन्तर्गत दर्जनों गांवों में इस समय सबसे ज्यादा प्रकोप मच्छरों का है शाम ढलते ही बैठना दुश्वार कर देते हैं गांव में वायरल बुखार का प्रकोप धीरे-धीरे होना शुरू हो गया है कहीं ऐसा ना हो कि हर घर में मलेरिया इन मच्छरों के काटने से फैल जाए इसके रोकथाम के लिए दवा का छिड़काव होना बहुत जरूरी है लेकिन जिम्मेदार अपनी जिम्मेदारी से कोसों दूर है लगातार की बेमौसम बारिश होने की वजह से क्षेत्र के दर्जनों गांवों की नालियां बज बजा रही हैं जिससे जहरीले मच्छर पैदा हो गए हैं व लोगों को संक्रमित कर रहे हैं इसके बावजूद स्वास्थ्य विभाग द्वारा बीते वर्षों से दवा का छिड़काव नहीं कराया समाजसेवी आशीष सिंह रघुवंशी ने कहा कि गांवों में समय समय पर दवा का छिड़काव न होने व नालियों की सफाई न होने से लगातार मच्छर पैदा होते जा रहे हैं व लोगों को बीमार कर रहे हैं जहां सरकार ने संचारी रोग के रोकथाम के लिए साफ सफाई से लेकर दवा छिड़काव के लिए सख्त आदेश दे रखा है लेकिन विकासखंड पहाड़ी अंतर्गत अशोह पचोखर ओवरी महाराजपुर पहाड़ी वकटा बुजुर्ग खरसेडा सिकरी काटी कुचारम ओरा दरसेडा आदि गांव में दवा का छिड़काव अगर समय से नहीं किया गया तो संक्रामक बीमारियों के फैलने का खतरा बढ़ जाएगा और जिसकी रोकथाम करना मुश्किल हो जाएगा ग्रामीणों ने मांग की है की समय से दवा का छिड़काव कर संचारी रोगों से निजात दिलाया जाए