पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ ने एक इंटरव्यू में कहा- पिछले हफ्ते मैं अमेरिका गया था। वहां UNGA (संयुक्त राष्ट्र महासभा) में मेरी दुनिया के कई बड़े नेताओं से मुलाकात हुई। इन नेताओं ने इमरान खान के बारे में मुझसे कई बातें कीं। इन लोगों ने इमरान को झूठा, अख्खड़ बताया। उनके मुताबिक, इमरान को लगता है कि वो दुनिया के सबसे बड़े नेता हैं और पूरी दुनिया उनके पीछे चलती है।
धरती पर इमरान से बड़ा झूठा नहीं
- ब्रिटिश अखबार ‘द गार्डियन’ को दिए इंटरव्यू में शाहबाज शरीफ ने कई मुद्दों पर बात की। इमरान के सवाल पर उन्होंने कहा- इसमें कोई दो राय नहीं कि इमरान खान से बड़ा झूठा इस धरती पर दूसरा नहीं है। अप्रैल में उन्हें सत्ता से बाहर का रास्ता दिखाया गया था। इसके बाद वो जो कुछ कर रहे हैं, वो बेहद खतरनाक है। ये हमारे मुल्क को बहुत बड़ी मुश्किल में डाल रहा है।
- शरीफ ने आगे कहा- इमरान 2018 में प्रधानमंत्री बने और इस साल अप्रैल तक पद पर रहे। इस दौरान उन्होंने मुल्क के अंदर और बाहर जो नुकसान किए हैं, उनसे निपटना हमारे लिए सबसे बड़ी चुनौती है। खान ने पाकिस्तान में जो जहर बोया है, सोसायटी को जिस तरह बांटा है और वो जो नफरत पैदा कर रहे हैं, उससे बचना होगा। यह बहुत खतरनाक है।
- शरीफ ने कहा- UNGA में मेरी दुनिया के कई नेताओं से मुलाकात हुई। उन्होंने मुझे बताया कि इमरान कितने बड़े झूठे, अकड़ू और खुद को सबसे बड़ा नेता समझने वाले शख्स हैं। उन्हें लगता है कि जैसे पूरी दुनिया उनके ही इर्दगिर्द घूमती है।
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अमेरिका से रिश्ते
इमरान खान एक फर्जी लेटर दिखाकर लोगों को भड़काते रहे हैं। वो कहते हैं कि उनकी सरकार को अमेरिका के इशारे पर गिराया गया और इसमें पाकिस्तानी फौज का हाथ है। शरीफ ने इसका भी जिक्र किया। कहा- इमरान सफेद झूठ बोलते रहे हैं। उन्होंने बिना किसी वजह के पाकिस्तान और अमेरिका के रिश्तों को बहुत नुकसान पहुंचाया। मैं जब सरकार में आया तो इसे ठीक करना बड़ा चैलेंज था।शाहबाज ने माना कि पाकिस्तान बहुत मुश्किलों से जूझ रहा है। शरीफ ने कहा- महंगाई आसमान पर है। हमारा मुल्क कर्ज के दलदल में है। फॉरेन रिजर्व खत्म हो चुके हैं और अब बाढ़ का संकट है। इससे 1600 लोगों की मौत हो चुकी है और करीब चार करोड़ लोग बेघर हैं।
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अमेरिका पर इमरान के इलजाम
पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान मार्च से ही आरोप लगा रहे हैं कि उनकी सरकार को अमेरिका ने गिराया। खान लगातार एक चिट्ठी का जिक्र कर रहे हैं जो कथित तौर पर अमेरिका में पाकिस्तान के राजदूत ने सरकार को लिखी थी। डिप्लोमैटिक लैंग्वेज में इस सीक्रेट लेटर को सायफर कहा जाता है। यह दूसरे मुल्क में तैनात एम्बेसेडर अपनी सरकार को लिखता है।इमरान के आरोपों से अमेरिकी सरकार सख्त नाराज रही। उसने एक बयान में कहा था- हम किसी देश के अंदरूनी मामलों और सियासत में दखलंदाजी नहीं करते। इस तरह के आरोप लगाए जाने से बचना चाहिए। खास बात यह है कि यह सायफर अब पाकिस्तान के प्राइम मिनिस्टर ऑफिस से गायब हो चुका है। कई एक्सपर्ट्स इसे पहले ही जाली बता चुके हैं। शहबाज ने इस घटना का जिक्र भी किया।