इस्लामाबाद: पाकिस्तान अपनी बर्बादी की ओर लगातार बढ़ता जा रहा है। आर्थिक मोर्चे पर उसकी स्थिति खराब है। इस बीच पाकिस्तान के लिए एक चिंताजनक खबर आई है। पाकिस्तान को अगले 12 महीने में 22 अरब डॉलर से ज्यादा का विदेशी कर्ज लौटाना है। विदेशी मुद्रा भंडार की कमी से जूझ रहा पाकिस्तान हर हाल में आईएमएफ से लोन मिलने की उम्मीद में है। देश को जितना ऋण लौटाना है, वह आने वाले दिनों में होने वाली कमाई के अनुमान से बहुत ज्यादा है। स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान के आंकड़ों से पता चलता है कि पाकिस्तान को एक साल में कुल 21.95 अरब डॉलर वापस लौटाना है।
‘खर्च कम करने की जरूरत’
समीउल्लाह तारिक ने आगे कहा कि देश को अपने मौजूदा वित्तीय संकट से बाहर निकलने के लिए एक विचारशील योजना की जरूरत है। इसे विदेशी खर्च को कम करने और आय को बढ़ाने पर काम करना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि पाकिस्तान को इस समय सावधानीपूर्वक विदेशी मुद्रा भंडार को बढ़ाने के लिए काम करना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘देश को प्रवासी पाकिस्तानी को विश्वास में लेना होगा। सरकार को घरेलू अर्थव्यवस्था को आकर्षक बनाने की जरूरत है, ताकि रोशन डिजिटल अकाउंट में बढ़ोतरी हो सके।’
कम हो रहा पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार
पाकिस्तान को अरबों रुपए का कर्ज लौटाना है। लेकिन उसके पास सिर्फ 3.1 अरब डॉलर का ही विदेशी मुद्रा भंडार बचा है। इससे सिर्फ 3 हफ्ते का ही आयात किया जा सकता है। पाकिस्तान का स्टेट बैंक विदेशी कंपनियों को पेमेंट नहीं कर रहा। इस कारण जरूरी सामानों से भरे कंटेनर बंदरगाहों पर ही पड़े हैं। पाकिस्तान स्टेट बैंक सिर्फ जरूरी चीजों का ही पेमेंट कर रहा है।