उत्तर प्रदेश के बरेली के रामगंगा बैराज में चार शव मिलने से हड़कंप मच गया. जैसे ही गंगा में 4 शवों को तैरते हुए देखा तो आसपास के लोगों ने तुरंत ही पुलिस को सूचना दी. मौके पर पहुंची पुलिस ने पहले गोताखोरों को बुलाया और शवों को निकालने की कोशिश की गई, लेकिन पानी का बहाव अधिक होने के कारण फंसे चार शवों को नहीं निकाला जा सका. उसके बाद भमोरा पुलिस ने एनडीआरएफ की मदद से 18 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद शवों को निकाल लिया. पुलिस के मुताबिक शव आठ दिन पुराने हैं. पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. हालांकि अभी तक शवों की शिनाख्त नहीं हो सकी है.
दरअसल खेतों पर काम करने वाले स्थानीय लोगों ने रामगंगा बैराज में 4 शवों को फंसा देखा. लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी. जानकारी मिलने पर भमोरा और सुभाषनगर और कैंट पुलिस मौके पर पहुंची और तुरंत ही गोताखोरों को बुलाया गया बाद में पता चला कि बैराज के जिस हिस्से में शव फंसे हैं. वहां पानी का बहाव बहुत ज्यादा है. शवों को निकालने में गोताखोरों को परेशानी हो रही है. गोताखोर शवों तक नहीं पहुंच सके. भमोरा थाना प्रभारी प्रदीप कुमार चतुर्वेदी ने एनडीआरएफ की मदद से शवों को बाहर निकलवाया.
8 दिन पुराने शव
एनडीआरएफ की टीम ने 18 घंटे कड़ी मशक्कत के बाद चारों शवों को निकाल लिया. पुलिस के अनुसार तीन शव महिलाओं के मालूम पड़ रहे हैं. भमोरा पुलिस ने चारों शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है पुलिस के मुताबिक शव लगभग 8 दिन पुराने लग रहे हैं लेकिन अभी तक किसी की भी पहचान नहीं हो सकी.
पानी के तेज बहाव में बहकर आने की आशंका
पुलिस को आशंका है कि हाल ही में हुई तेज बारिश से रामगंगा का जलस्तर बढ़ गया है और पहाड़ों से पानी छोड़ा गया है. इस वजह से कहीं दूर से शव बह कर आ गए हैं. शव 8 दिन पुराने लग रहे हैं. वहीं आसपास के लोगों से भी शवों को पहचानने की कोशिश की गई लेकिन लोगों ने पहचाने से इनकार कर दिया.
नहीं हो सकी शिनाख्त
वही भमोरा इंस्पेक्टर प्रदीप कुमार चतुर्वेदी ने कहा कि रामगंगा डैम से मंगलवार को दोपहर 2 बजे के करीब चार शव निकाले गए हैं. उन्होंने कहा कि देखने से लगता है कि तीन शव महिलाओं के हैं, जबकि एक शव बच्चे का है. चारों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है. शिनाख्त का प्रयास किया जा रहा है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने के बाद कानूनी कार्रवाई की जाएगी.