नेशनल फार्मास्युटिकल प्राइसिंग अथॉरिटी (NPPA) ने 119 दवाओं की सीमा तय कर दी है। इससे कोरोना में इस्तेमाल की जाने वाली पैरासीटामॉल और एमोक्सीसिलिन दवाएं सस्ती हुई हैं। साल में यह 5वीं बार है, जब दवाओं की कीमत घटी है। इसके चलते कैंसर, डायबिटीज, फीवर, हेपेटाइटिस सहित कई गंभीर बीमारियों की दवाओं की कीमतों में 40% तक कमी आएगी।
कैंसर की दवा में सबसे ज्यादा 40% तक की कमी की गई है। आने वाले समय में एनएलईएम में शामिल कुछ और दवाओं की अधिकतम कीमतें कम की जाएंगी।
19 दवाओं की अधिकतम कीमत हुई निर्धारित
नेशनल फार्मास्युटिकल्स प्राइसिंग अथॉरिटी की बैठक में इस सूची में शामिल 119 तरह के फार्मूलेशन वाली दवाओं की अधिकतम कीमत प्रति टेबलेट-कैप्सूल तय की गई है।
एनपीपीए की ओर से जिन मुख्य दवाओं की कीमतों में कमी गई है उसमें बुखार की दवा पैरासिटामोल, खून में यूरिक एसिड कम करने वाली दवा, मलेरिया, अलग-अलग बीमारियों में इस्तेमाल होने वाली एंटीबॉयोटिक्स शामिल हैं।
इसके अलावा मेनिन्जाइटिस, लिवर, शुगर, मेनोपॉज, खून पतला करने वाली और कैंसर के ट्यूमर के बढ़ने की रफ्तार घटाने वाली दवाओं की अधिकतम कीमत तय की गई हैं।