रायगढ़। जिले में एक महीने पहले मिली युवक की लाश मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। असल में उसकी हत्या की गई थी। हत्या किसी और ने नहीं, बल्कि उसके माता पिता ने ही की थी। इसके बाद शव को रोड किनारे फेंक दिया था।
माता पिता ने लोगों से कहा कि सड़क हादसे में हमारा बेटा मर गया है। दरअसल, मां ने पढ़ाई के लिए बेटे को डांटा था।
मगर उसने झगड़ा करना शुरू कर दिया। जिसके चलते पिता ने डंडे से पीट-पीटकर बेटे की जान ले ली थी। इसके बाद मां-बाप ने शव को बोरे में भरकर सड़क किनारे फेंक दिया था। मामला लैलूंगा थाना क्षेत्र का है।
6 अप्रैल को ग्राम लोहडापानी लकरा टोकरी रोड के पास एक युवक का शव कच्ची सड़क किनारे पड़ा मिला था। इस पर उसके मामा ने शिकायत दर्ज कराई थी।
शिकायत में बताया गया था कि लोहडापानी निवासी टेकमणी पैंकरा (18) की सड़क हादसे में मौत हो गई है। उसकी बाइक भी वहीं मिली है। घर से 300 किलोमीटर दूर पर यह घटना घटी है।
परिजनों ने यह भी बताया कि वह कुछ दिन पहले जशपुर से आया था। वो वहां कोतबा के हॉस्टल में रहकर 11वीं की पढ़ाई कर रहा था। 5 अप्रैल की शाम को बाइक से निकला था। फिर लौटा ही नहीं। उसकी मां ने काफी खोजा पर पता नहीं चला। अगले दिन उसका शव मिला। तब मां-बाप ने ये अफवाह फैला दी कि इसकी मौत सड़क हादसे में हुई है।
उधर, पुलिस को जब शव मिला, उसी दौरान शक हुआ था कि कुछ गड़बड़ है। क्योंकि युवक के शरीर पर चोट के निशान थे। इसलिए पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया। जिसमें इस बात की पुष्टि हुई कि युवक की हत्या की गई है। उसे किसी वजनी चीज से पीटा गया है।
उसके गले को भी दबाया गया है। इसके बाद पुलिस की टीम टेकमणी पैंकरा के घर गई।
वहां पुलिस को उसके घर पर गोबर से लिपा-पोती और कई जगह जमीन की हल्की खुदाई (छिलाई) दिखी। परछी, चौखट से लेकर घर के पीछे खून जैसे दाग पड़े दिखे।
यहीं से पुलिस को उसके पिता कुहुरू सिंगार(45) और मां करमवती पैंकरा(40) पर शक हुआ। इस पर जब लड़के के माता पिता से पूछताछ की गई तो उन्होंने बताया कि हमने मुर्गा काटा था खून उसी का है।
इसके बाद पुलिस ने आस-पास के लोगों से पूछताछ की। इसके अलावा फॉरेंसिक टीम को भी मौके पर बुलाया गया था। फॉरेंसिक की टीम ने मौके से ब्लड सैंपल कलेक्ट किए थे। बाद में रिपोर्ट आने पर पता चला कि ये ब्लड किसी इंसान के हैं। जिसके बाद पुलिस ने संदेह के आधार पर लड़के के माता पिता को हिरासत में लिया और पूछताछ शुरू की।
पूछताछ में आरोपी कुहुरू और करमवती ने बताया कि यह घटना 5 अप्रैल की है। टेकमणी हॉस्टल से घर आया था। यहां आने के बाद बाइक से घूम रहा था। इस पर उसकी मां करमवती ने बताया कि मैंने उससे ये कहा था कि तुम पढ़ते नहीं हो। सिर्फ घूमते रहते हो, पढ़ाई किया करो। इसी बात से वह नाराज हो गया। इसके बाद उसने विवाद शुरू कर दिया।
ये देखकर आरोपी पिता कुहुरू नाराज हो गया और उसने बेटे को डंडे से तब तक पीटा, जब तक वो मरा नहीं। इस दौरान मां-बाप ने मिलकर उसका गला भी दबाया। इससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
मौत होने के बाद दोनों ने शव को बोरे में भरा और घर से 300 मीटर कच्ची सड़क किनारे शव को फेंक दिया था। आरोपियों ने बताया कि हमने शव मिलने के बाद लोगों से कहा कि ये बाइक से गिरकर मर गया होगा। इसलिए उसकी बाइक को भी शव किनारे हमने गिराकर छोड़ दी थी।
पूरी वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपियों ने बोरे और लकड़ी को जला दिया था। घर में लिपाई-पुताई भी कर दी थी। अब पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने पूरे मामले का खुलासा मंगलवार को किया है।