नई दिल्ली: संसद में सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच लगातार टकराव जारी है। अडानी मुद्दे पर विपक्ष JPC जांच की मांग को लेकर अपने रुख पर अड़ा है। राहुल गांधी की सदस्यता रद्द किए जाने के बाद कांग्रेस के तेवर और तीखे हो गए हैं। रोज विपक्षी सांसद JPC की मांग और राहुल गांधी की अयोग्यता के खिलाफ नोटिस देते हैं। कांग्रेस पार्टी ने आज सुबह 10:30 बजे CPP कार्यालय संसद भवन में लोकसभा और राज्यसभा के अपने सांसदों की बैठक बुलाई है। तृणमूल कांग्रेस के सदस्य भी ‘लोकतंत्र बचाने’ को लेकर प्रदर्शन करेंगे। हंगामे के चलते लोकसभा और राज्यसभा, दोनों ही सदन नहीं चल पा रहे हैं। बाहर निकलकर दिनभर बयानबाजी का दौर चलता है। संसद की कार्यवाही और सत्ता पक्ष-विपक्ष के टकराव से जुड़े ताजा अपडेट्स देखिए।
लोकसभा में पीठासीन अधिकारी का घेराव, सदन स्थगित
विपक्षी सदस्यों ने लोकसभा में पीठासीन अधिकारी रमा देवी का घेराव किया। उनके सामने तख्तियां लहराई गईं। इससे पहले सदन में हंगामे के बीच सरकार ने जरूरी विधेयक और संशोधन पारित करा लिए। इसके बाद सदन को 3 अप्रैल तक के लिए स्थगित कर दिया गया। राज्यसभा भी तब तक स्थगित है।
लोकसभा में ‘वी वांट जेपीसी’ के नारे
लोकसभा की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक फिर शुरू हुई तो सदन के पटल पर दस्तावेज रखे गए। इस दौरान लोकसभा में विपक्षी सांसद अडानी मामले पर जेपीसी जांच की मांग के लिए नारेबाजी करते रहे। पोस्टर्स भी लहराए गए।
केंद्र के खिलाफ TMC का प्रदर्शन
TMC सांसदों ने संसद परिसर में डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा के पास केंद्र सरकार के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन किया।
लोकसभा स्थगित, राज्यसभा में भी नारेबाजी
‘खुद को संसद और कोर्ट से ऊपर मानते हैं राहुल’
संसद की कार्यवाही शुरू होने से पहले केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने कहा, ‘राहुल गांधी ने OBC समाज का जो अपमान किया उसपर अगर कोर्ट ने फैसला किया तो वे कहते हैं कि कोर्ट ही गलत हैं। उन्हें लगता है कि एक परिवार में पैदा हो गए तो इस देश पर राज करना उनका जन्मसिद्ध अधिकार है। वे खुद को संसद और कोर्ट से ऊपर मानते हैं।’