अमेरिकी संसद की स्पीकर नैंसी पेलोसी ने डेमोक्रेटिक पार्टी की लीडरशिप से हटने की घोषणा की है। उनकी ये घोषणा रिपब्लिकन पार्टी की हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स में जीत के बाद सामने आई है।
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साल की पेलोसी ने कहा- मैं डेमोक्रेटिक पार्टी के युवा नेताओं को मौका
देना चाहती हूं। मैं किसी भी दावेदार का समर्थन नहीं करूंगी। सभी दावेदारों
का अपना प्लान होगा, अपना विजन होगा।
हकीम जेफरी नए लीडर की रेस में सबसे आगे
पेलोसी लगातार
दो दशकों तक अपर हाउस में अपनी पार्टी की सबसे बड़ी नेता रही हैं। पद से
हटने की घोषणा के ठीक बाद पार्टी के कई नेताओं ने उनकी जगह लेने के लिए
अपनी दावेदारी पेश की है। पेलोसी को रिप्लेस करने की रेस में सबसे आगे 52
साल के हकीम जेफरीज माने जा रहे हैं। उन्होंने साल 2021 में हुए हाउस ऑफ
रिप्रेजेंटेटिव्स के स्पीकर पद के चुनाव में पेलोसी को चुनौती दी थी। लेकिन
उस वक्त उन्हें केवल एक वोट ही मिल पाया था।
वहीं, रिपब्लिकन पार्टी ने स्पीकर पद के लिए केविन मैकार्थी को अपना दावेदार चुना है। पेलोसी और मैकार्थी एक दूजे के धुर विरोधी माने जाते हैं।
पेलोसी ने ताइवान विजिट कर खींचा था दुनिया का ध्यान
नैंसी
पेलोसी ने अमेरिका में मिड टर्म इलेक्शन से पहले ताइवान जाकर पूरी दुनिया
का ध्यान अपनी ओर खींचा था। चीन की चेतावनी के बावजूद की गई इस विजिट से
दोनों देशों में काफी तनाव पैदा हो गया था। माना जा रहा था कि पेलोसी ने
ताइवान विजिट अमेरिका में वोटर्स को रिझाने के लिए की थी।
ट्रम्प ने कहा था- "क्रेजी नैंसी"
पेलोसी पहली बार साल
1987 में अमेरिकी कांग्रेस की सदस्य चुनी गई थीं। साल 2007 में वो अमेरिकी
संसद की स्पीकर बनने वाली पहली महिला बनीं। वो डोनाल्ड ट्रंप से पंगा लेने
और भरी सभा में ट्रंप की स्पीच फाड़ने को लेकर डेमोक्रेट्स के बीच काफी
मशहूर हैं। डोनाल्ड ट्रंप ने इन सब विवादों के चलते उन्हें "क्रेजी नैंसी"
भी कहा था। 2020 में हुए राष्ट्रपति चुनाव में मिली हार के बाद ट्रम्प के
समर्थकों ने 6 जनवरी 2021 में संसद भवन पर हमला कर दिया था। इस दौरान नैंसी
पेलोसी को टारगेट पर रखा था। द एटलांटिक की रिपोर्ट के मुताबिक हमलावरों
ने पेलोसी के ऑफिस में काफी तोड़-फोड़ मचाई थी।