छत्तीसगढ़ में इन दिनों कड़ाके की ठंड पड़ रही है। लोग दिन में भी अलाव तापने को मजबूर हैं। वहीं गर्म कपड़े भी ठंड से लोगों को राहत नहीं दे पा रहे। मौसम विभाग के मुताबिक, 10 दिसंबर को प्रदेश के अधिकतर जिलों में आंशिक बादल छाए रहेंगे। बस्तर और बिलासपुर संभाग के कुछ जिलों में हल्की बारिश भी हो सकती है।
प्रदेश के दूसरे जिलों के साथ-साथ गौरेला-पेंड्रा-मरवाही (GPM) जिले में भी लोग ठंड से ठिठुर रहे हैं। इसके बावजूद अभी तक गौरेला और पेंड्रा नगर पंचायतों ने सार्वजनिक स्थानों पर अलाव की व्यवस्था नहीं की है। हालांकि गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले में पड़ रही कड़ाके की ठंड को देखते हुए इस हफ्ते जिला शिक्षा विभाग ने स्कूलों के समय में बदलाव कर दिया था, जिससे बच्चों को राहत है। 31 दिसंबर तक कोई भी कक्षा शाम के 4 बजे के बाद नहीं लगेगी।
सरगुजा में न्यूनतम तापमान 8.5 डिग्री सेल्सियस
सरगुजा में भी मौसम का मिजाज बदल गया है। शुक्रवार को अंबिकापुर का अधिकतम तापमान 22.6 डिग्री और न्यूनतम तापमान 8.5 डिग्री दर्ज किया गया। वहीं गुरुवार को शहर का अधिकतम तापमान 21.7 डिग्री से ऊपर नहीं चढ़ पाया। यह सामान्य से 2 डिग्री कम है। न्यूनतम तापमान 9.3 डिग्री दर्ज किया गया। बुधवार को न्यूनतम तापमान 8.4 डिग्री तक गया था। मौसम विभाग के अनुसार चक्रवाती तूफान का असर अगले दो से तीन दिन तक रहने की संभावना है। नमी बढ़ने से बादलों का घनत्व बढ़ेगा और इससे रात के तापमान में बढ़ोतरी होगी।
बलरामपुर में भी कड़ाके की ठंड
सरगुजा के मैनपाट के अलावा बलरामपुर जिले के कुसमी सामरीपाठ में भी कड़ाके की ठंड पड़ रही है। बर्फीली हवाओं के कारण पूरे दिन लोग गर्म कपड़ों में ही नजर आए। इधर ठंड बढ़ने के साथ ही सड़कों पर सन्नाटा पसरने लगा है। बुधवार को पूरे दिन शुष्क हवाएं चलती रहीं। पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता हटते ही ठंड ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है।
रायगढ़ में भी गिरा पारा
अंबिकापुर में पारा गिरने का असर रायगढ़ में भी पड़ने लगा है। शहर के तापमान में 5- 6 से डिग्री सेल्सियस की कमी दर्ज की गई है। सुबह-सुबह कोहरा नजर आ रहा है। दोपहर में भी आद्रता के चलते ठंडक बढ़ गई है। लोग गर्म कपड़ों और अलाव के सहारे ठंडक भगाने की कोशिश कर रहे हैं।