नई दिल्ली: राजधानी में लोग अक्सर सामान कम मिलने या सामान की क्वॉलिटी ठीक न मिलने की समस्या से जूझते हैं। इसकी शिकायत कहां करें, इसकी जानकारी लोगों को नहीं होती। अब लोगों की समस्या आसान हो गई है। राजधानी के मापतोल विभाग ने लोगों की इस समस्या को दूर करने के लिए एक ऐप (MAAPTOL GRIEVANCE) तैयार किया है। यह ऐप गूगल प्ले स्टोर पर उपलब्ध है। इसके जरिए लोग आसानी से अपनी शिकायत विभाग तक पहुंचा सकते हैं। लोगों को सामान की फोटो और बिल अपलोड करना होगा। ऐप पर मिली शिकायतों का निपटारा तय समय में किया जाएगा। शिकायतकर्ता को ऐप में अपना नाम, मोबाइल नंबर और दुकान का पूरा एड्रेस भी लिखना होगा। लीगल मेट्रोलॉजी एक्ट 2009 के तहत यहां शिकायत की जा सकती है। अगर शिकायतकर्ता शिकायत के समय दुकान में ही है तो ऐप खुद लोकेशन ट्रेस कर लेगी। ऐप पर मिली शिकायत विभाग को दो दिन में निपटानी होगी।
किसी भी व्यक्ति को अगर सामान की क्वॉलिटी सही नहीं लग रही है या उसे वजन में कुछ गड़बड़ी लग रही है, तो वह इसकी शिकायत कर सकता है। पैकेजिंग ठीक नहीं होने की या ओवरचार्ज (अधिक कीमत) की शिकायत भी की जा सकती है। इतना ही नहीं, अगर एलपीजी सिलिंडर का वजह कम मिला या उसकी सील टूटी हुई है, तो भी शिकायत की जा सकती है। पेट्रोल पंप पर पेट्रोल कम मिलने, सीएनजी कम मिलने की शिकायत भी की जा सकती है।
– अगर पैकेट पर जरूरी जानकारी नहीं है
– जरूरत से अधिक कीमत मांगी जा रही है
– एलपीजी सिलेंडर का वजह कम है
– पेट्रोल या सीएनजी पंप पर पेट्रोल, डीजल और सीएनजी कम दिया जा रहा है
इन बातों का रखें ध्यान
– पैकेट पर अलग से प्राइज स्टिकर नहीं चिपकाए जा सकते। इसके लिए 5 हजार रुपये तक का जुर्माना हो सकता है।
– एमआरपी से ज्यादा चार्ज नहीं लिया जा सकता। इसके लिए 5 हजार रुपये तक का जुर्माना हो सकता है।
– पेट्रोल, सीएनजी, डीजल और गैस सिलिंडर कम वजन के या बिना सील के नहीं दिए जा सकते। पहली बार इसके लिए 10 हजार रुपये का जुर्माना और दूसरी बार एक साल तक की कैद या दोनों हो सकते हैं।
– अगर किसी को लगता है कि उसे पेट्रोल-डीजल कम मिला है, तो वह पेट्रोल पंप पर 5 लीटर के जार में डिस्पेंसर से पेट्रोल या डीजल लेकर उसकी जांच कर सकता है।
– एलपीजी सिलेंडर के डिलीवरी मैन से उसका तोल करने को कहा जा सकता है।
– मेट्रोलॉजी डिपार्टमेंट के वेरिफाइड तराजू का इस्तेमाल ही किया जा सकता है।
– ड्राई फ्रूट और मिठाई के साथ उसके डिब्बे को तोलने की शिकायत की जा सकती है, यह गलत है।
– तराजू के डिस्पेल पर जीरो देखें इसके बाद ही वजन करवाएं।