चीन में कोरोना से हालात बदतर होते जा रहे हैं। भारत में भी सरकार अलर्ट मोड पर आ गई है। 7 दिसंबर से चल रही संसद में भी कोरोना का असर देखा गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मास्क लगाकर संसद पहुंचे हैं। राज्यसभा में कोरोना को लेकर चर्चा हो सकती है।
दोनों सदनों में कार्यवाही शुरू होते ही लोकसभा के स्पीकर आम बिड़ला और राज्यसभा के स्पीकर जगदीप धनखड़ मास्क लगाए हुए नजर आए। हालांकि, कई सांसदों ने मास्क नहीं लगाया हुआ। ओम बिड़ला ने सभी सांसदों से कोरोना को लेकर सतर्कता बरतने की अपील की। उन्होंने कहा कि एक बार फिर महामारी विकराल रूप ले रही है, इसीलिए सभी को सतर्क रहना होगा।
स्पीकर बिड़ला ने कोरोना को लेकर क्या कहा?
ओम बिड़ला ने कहा कि कोरोना को लेकर हमारे पुराने अनुभव बेकार रहे हैं। इस बार हमें बहुत ज्यादा निगरानी रखनी होगी। जैसे हमने पहले महामारी को रोकने में सफल हुए थे, वैसे ही इस बार भी हम कोरोना को रोक लेंगे। हालांकि, विपक्षियों ने कोरोना और तवांग झड़प को लेकर जमकर हंगामा किया, जिसके बाद सभा स्थगित कर दी गई।
तवांग मामले को लेकर विपक्ष जिद पर अड़ा
विपक्षी दल लगातार तंवाग झड़प मामले में सरकार को घेरने में लगे हुए हैं। हर सत्र में कह रहे हैं कि सरकार को इस पर चर्चा करनी चाहिए, लेकिन केंद्र का कहना है कि रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने इस पर अपना बयान दे दिया है।
बुधवार को 12 विपक्षी दलों के सांसदों ने चीन सीमा विवाद पर संसद परिसर में गांधी प्रतिमा के सामने प्रदर्शन किया। सांसदों ने सरकार मांग की है कि तवांग झड़प मामले में संसद में विस्तार से चर्चा हो। सोनिया गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे भी मौजूद थे।