प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील पर दिल्लीवासियों ने खादी एवं ग्रामोद्योग उत्पादों की खरीद में एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है. गांधी जयंती के अवसर पर नई दिल्ली के केंद्र कनॉट प्लेस में खादी भवन में 1,52,45,000 रुपये के खादी और ग्रामोद्योग उत्पादों की अब तक की सबसे अधिक बिक्री देखी गई. मनोज कुमार, अध्यक्ष, खादी और ग्रामोद्योग आयोग (केवीआईसी), सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय, भारत सरकार ने गांधी जयंती पर बापू की विरासत खादी की अभूतपूर्व बिक्री का श्रेय प्रधानमंत्री की ‘ब्रांड पावर’ को दिया है.
मनोज कुमार के अनुसार, 24 सितंबर 2023 को ‘मन की बात’ कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने देशवासियों से गांधी जयंती पर कुछ न कुछ खादी उत्पाद खरीदने की अपील की थी. इस अपील का जनता पर बड़ा प्रभाव पड़ा. यह उनकी अपील का ही असर है कि पिछले हर साल गांधी जयंती के दिन खादी और ग्रामोद्योग उत्पादों की बिक्री का एक नया रिकॉर्ड बनाया गया है.
ताजा बिक्री आंकड़ों के मुताबिक, पिछले वित्तीय वर्ष 2022-23 में गांधी जयंती के दिन दिल्ली के कनॉट प्लेस स्थित खादी भवन में 1,33,95,000 रुपये की बिक्री हुई थी, जो इस बार आंकड़े पार कर 1,52,45,000 रुपये पहुंच गई . गांधी जयंती के अवसर पर पहले ग्राहक के रूप में, केवीआईसी के अध्यक्ष मनोज कुमार ने 2 अक्टूबर की सुबह खादी भवन, कनॉट प्लेस में खादी के कपड़े खरीदे और यूपीआई के माध्यम से डिजिटल भुगतान किया.
प्रधानमंत्री की अपील का हुआ असर
केवीआईसी के अध्यक्ष मनोज कुमार के अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कई मौकों पर राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर खादी उत्पाद खरीदने की अपील कर चुके हैं. हाल ही में भारत मंडपम, प्रगति मैदान, नई दिल्ली में आयोजित जी20 और राष्ट्रीय हथकरघा दिवस के अवसर पर बोलते हुए, उन्होंने उल्लेख किया कि कैसे पिछले 9 वर्षों में, ‘आत्मनिर्भर भारत अभियान’ और ‘वोकल फॉर लोकल’ के मंत्र ने आगे बढ़ाया है.
जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान बापू को श्रद्धांजलि देने के लिए राजघाट पर आयोजित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विश्व नेताओं का खादी वस्त्रों से स्वागत कर न केवल खादी को वैश्विक पहचान दिलाई, बल्कि देश की जनता को भी प्रेरित किया. परिणामस्वरूप गांधी जयंती के दिन दिल्ली के कनॉट प्लेस स्थित खादी भवन में खादी उत्पाद खरीदने के लिए लोगों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी.
खादी उत्पादों की बिक्री ने बनाया रिकॉर्ड
गांधी जयंती के दिन की बिक्री के पिछले तीन साल के आंकड़ों पर नजर डालें तो हर साल बिक्री 1 करोड़ रुपये के आंकड़े को पार कर गई है. लेकिन यह पहली बार है कि बिक्री का आंकड़ा बढ़कर 1.5 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है.
उन्होंने कहा कि जहां वित्त वर्ष 2021-22 में खादी और ग्रामोद्योग उत्पादों की बिक्री 1.01 करोड़ रुपये थी और वर्ष 2022-23 में यह बढ़कर 1.34 करोड़ रुपये हो गई, वहीं, इस वित्तीय वर्ष में बिक्री का आंकड़ा 1.52 करोड़ रुपये को पार कर गया है. इन सभी आंकड़ों से यह स्पष्ट होता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में ‘भारत की खादी’ देश में ‘आत्मनिर्भर भारत अभियान’ की अग्रदूत बन गई है.