इस्लामाबाद: भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कश्मीर को लेकर जहर उगलने वाले पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी आखिरकार भारत आने के लिए राजी हो गए हैं। पाकिस्तान के विदेश विभाग की तरफ से गुरुवार को इस बात की जानकारी दी गई है कि बिलावल, गोवा में होने वाले शंघाई को-ऑपरेशन ऑर्गनाइजेशन (एससीओ) देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक में शिरकत करेंगे। चार और पांच मई को गोवा की राजधानी पणजी में एससीओ सम्मेलन होना है। इससे पहले साल 2016 में भी भारत ने गोवा में एससीओ सम्मेलन की मेजबानी की थी।
SCO की अहम मीटिंग में बिलावल
मार्च में पाकिस्तान की तरफ से बयान दिया गया था कि अभी तक भुट्टो के भारत जाने के मसले पर कोई फैसला नहीं लिया गया है। भुट्टो एससीओ की मीटिंग में आएंगे या नहीं इस बात को लेकर कई दिनों से अटकलें तेज थीं। गुरुवार को पाकिस्तान विदेश विभाग की प्रवक्ता मुमताज जाहरा बलोच ने बिलावल के भारत दौरे पर आधिकारिक जानकारी दी।
दिसंबर 2022 में यूनाइटेड नेशंस (UN) के एक कार्यक्रम में बिलावल ने पीएम मोदी पर विवादित टिप्पणी की थी। बिलावल ने सारी हदों को पार करते हुए अल कायदा के मोस्ट वॉन्टेड आतंकी ओसामा बिन लादेन से पीएम मोदी की तुलना कर डाली थी। उन्होंने कहा था कि कोई भी शब्द या आलोचना भारत में भगवा आतंकवाद के अपराधों को छिपा नहीं सकता है। भुट्टो का यह विवादित बयान भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर की ओर से आतंकवाद को समर्थन देने को लेकर पाकिस्तान पर तीखा हमला करने के बाद आया था।