राष्ट्र के लिए शहीद हुए पुलिस अधिकारियों और जवानों की याद में उमरिया पुलिस प्रशिक्षण विद्यालय में मनाया गया पुलिस शहीद दिवस इस अवसर पर उमरिया पुलिस अधीक्षक निवेदिता नायडू सहित पुलिस अधिकारियों ने दी श्रद्धांजलि 1959 में लद्दाख के दुर्गम क्षेत्र में भारतीय पुलिस की एक छोटी टुकड़ी के जवानों ने मातृभूमि की रक्षा करते हुए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए थे। उनकी याद मे मनाया जाता है पुलिस शहीद दिवस
उमरिया मे अपने कर्तव्य निर्वहन के दौरान राष्ट्र के लिए शहीद हुए पुलिस अधिकारियों और जवानों की याद में उमरिया पुलिस प्रशिक्षण विद्यालय मे सोमवार को पुलिस स्मृति दिवस परेड का आयोजन किया गया इस अवसर पर पुलिस लाइन में सुबह 8 बजे शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित कर उनके सम्मान में दो मिनट का मौन रखा गया इस दौरान पुलिस अधीक्षक निवेदिता नायडू के साथ उमरिया कलेक्टर धरणेन्द्र कुमार जैन भी शामिल हुए उमरिया पुलिस अधीक्षक निवेदिता नायडू ने शाेक परेड के बाद होने वाली श्रद्धांजलि सभा में इस वर्ष शहीद हुए 216 पुलिसकर्मियों के नाम पढ़कर सुनाएं एवं इस मौके पर पुलिस प्रशिक्षण विद्यालय में बने शहीद स्मारक पर पुष्प चढ़ाने के बाद शहीदों को शस्त्र उल्टे कर सलामी दी गई हम आपको बता दे करीब 65 साल पहले अक्टूबर,1959 में लद्दाख के दुर्गम क्षेत्र में भारतीय पुलिस की एक छोटी टुकड़ी के जवानों ने मातृभूमि की रक्षा करते हुए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए थे। 21 अक्टूबर, 1959 में हॉट स्प्रिंग्स, लद्दाख के दुर्गम क्षेत्र में भारतीय पुलिस के जवानों की एक टुकड़ी के जवान शहीद हो गए थे।
इन वीरों के बलिदान को याद करने व उनसे प्रेरणा ग्रहण करने के उद्देश्य से से प्रति वर्ष 21 अक्टूबर को देश के कोने-कोने में दिवंगत शूरवीरों की स्मृति में पुलिस शहीद दिवस पर परेड का आयोजन किया जाता है।