वाराणसी। सोना तस्करी के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआइ) वाराणसी को महत्वपूर्ण सफलता मिली है। मुंबई डीआरआइ की सूचना पर मीरजापुर के लालगंज से बीते मंगलवार को अतुल रावसाहेब मोरे और सोमनाथ देवानंद को गिरफ्तार किया है। दोनों के पास से आठ किलो दो सौ ग्राम सोना बरामद हुआ।
बुधवार को दोनों तस्करों को वाराणसी में विशेष मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट शिखा यादव की अदालत में पेश किया। अदालत ने ट्रांजिट रिमांड पर दोनों आरोपितों को मुंबई ले जाकर दो नवंबर को सक्षम क्षेत्राधिकारी के समक्ष पेश करने का आदेश दिया है।
पांच किलो सोना के साथ दो तस्कर गिरफ्तार
मुंबई डीआरआइ ने तीन दिन पहले मुंबई से दो तस्करों को पांच किलो सोना के साथ गिरफ्तार किया था। उनसे पूछताछ में मीरजापुर में मौजूद मुंबई के सांगली निवासी अतुल रावसाहेब मोरे और सोमनाथ देवानंद के बारे में जानकारी मिली। इसकी सूचना वाराणसी डीआरआइ को देकर टीम के साथ घेराबंदी करके उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
डीआरआइ विदेश से सोना तस्करी करने वाले गिरोह के खिलाफ अभियान चला रहा है। गिरोह रेल व सड़क मार्ग से सोने की तस्करी करता है। इसी क्रम में वाराणसी, नागपुर और मुंबई टीम ने सोना तस्करों को पकड़ा है। अब तक 16 तस्कर पकड़े जा चुके हैं। इनके पास से 45 किलोग्राम सोना बरामद हो चुका है।
महाराष्ट्र से गिरफ्तार हुए थे दो तस्कर
बीते 13 अक्टूबर को डीआरआइ की सूचना पर क्राइम ब्रांच और भदोही पुलिस ने औराई भदोही मार्ग पर सर्रोईं कस्बे के पास दो सोना तस्करों महाराष्ट्र के कैथुड़ी का राहुल महादेव व दीपक को गिरफ्तार किया था।
तस्कर बंगाल से सोना लेकर सफेद रंग की अर्टिगा कार केएन 48 एन 0067 से मीरजापुर होते हुए नागपुर जा रहे थे। उनका साथी बिट्ठल भागने में कामयाब रहा था। पूछताछ में उन्होंने बताया था कि बांग्लादेश व नेपाल से सोना तस्करी करने वाले वाराणसी के रास्ते देश के दूसरों प्रदेशों में सोना पहुंचा रहा है।