बिल्सी। पड़ोसी किशोरी को भगा ले जाने में नामजद आरोपी युवक की मां और बहन ने सोमवार शाम अपने घर में ही फंदा लगाकर जान दे दी। पड़ोसियों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को फंदे से उतारकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।
देर रात तक दोनों आरोपी युवक और उनका पिता घर नहीं पहुंचा था। पुलिस इसे खुदकुशी ही मान रही है। जबकि चर्चा है कि आरोपियों की तलाश में बार-बार पुलिस दबिश दे रही थी। इसी बात से परेशान होकर मां-बेटी ने यह आत्मघाती कदम उठा लिया।
यह है पूरा मामला
मामला बिल्सी थाना क्षेत्र के गांव बैरमई बुजुर्ग का है। गांव बैरमई बुजुर्ग निवासी नेकसू जोशी काफी गरीब हैं और मांग कर गुजारा करते हैं। उनकी पत्नी कुसुमा के अलावा एक बेटी मोनी और दो बेटे विशाल और अंकित हैं।
तीन नवंबर को नेकसू का बड़ा बेटा विशाल जोशी पड़ोस में ही रहने वाले एक व्यक्ति की 17 वर्षीय बेटी का अपहरण कर अपने साथ ले गया था। इस मामले में किशोरी के परिजनों ने बिल्सी थाने में विशाल और अंकित के खिलाफ अपहरण की धाराओं में प्राथमिकी दर्ज कराई थी। इसके बाद से ही पुलिस किशोरी की बरामदगी और आरोपियों की तलाश में जुटी थी।
घर पर दबिश दे रही थी पुलिस
बताते हैं कि बेटों की तलाश में जुटी पुलिस बार बार नेकसू के घर पर दबिश दे रही थी। एक दिन के लिए नेकसू को भी पुलिस थाने ले गई। हालांकि, बिल्सी इंस्पेक्टर नेकसू या परिवार के किसी व्यक्ति को थाने ले जाने की बात से इनकार कर रहे हैं।
तानों से परेशान थी मां-बेटी
पुलिस के बार-बार घर आने से आरोपी विशाल की मां कुसुमा और बहन मोनी काफी परेशान थे। वहीं पड़ोस में रहने वाले किशोरी के परिजन भी उन्हें ताने दे रहे थे।
इसी बीच सोमवार शाम करीब सात बजे में गांव की ही एक महिला उनके घर गई, जिसने कुसुमा और उसकी बेटी मोनी को एक साथ फंदे पर लटका देखा। यह देख वह चीखती हुई बाहर निकली और ग्रामीणों को जानकारी दी। इसके बाद ग्रामीणों ने यूपी-112 पुलिस को सूचना दी।
पड़ोस की किशोरी के अपहरण के मामले में दोनों सगे भाईयों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज है। आरोपितों की मां और बहन फंदे पर लटके मिले हैं। शव पोस्टमार्टम के लिए भेजे गए हैं। रिपोर्ट आने पर स्थिति साफ हो जाएगी। अब तक आरोपित या उनका पिता मौके पर नहीं आया है।
-सीपी सिंह, सीओ बिल्सी।
यूपी-112 पुलिस के साथ थाना बिल्सी के प्रभारी निरीक्षक बृजेश सिंह व सीओ सीपी सिंह मौके पर पहुंच गए। महिला पुलिस कर्मियों ने दोनों शव को नीचे उतारकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया, लेकिन देर रात तक दोनों आरोपी बेटे और नेकसू घर नहीं पहुंचे थे। इसके चलते किसी प्रकार का कोई आरोप प्रत्यारोप भी नहीं लगाया गया।