नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज नई दिल्ली स्थित भारत मंडपम में अंतरराष्ट्रीय दूरसंचार संघ- विश्व दूरसंचार मानकीकरण सभा 2024 का उदघाटन करेंगे. इसके साथ ही इंडिया मोबाइल कांग्रेस के 8वें संस्करण का भी उदघाटन करेंगे.
इतिहास में पहली बार इस कार्यक्रम का आयोजन एशिया प्रशांत क्षेत्र में हो रहा है. इसमें 190 देशों के 3000 से अधिक वैश्विक नेता और टेक्नोलॉजी एक्सपर्ट भाग लेंगे. वे एआई, आईओटी, बिग डेटा, साइबर सुरक्षा, क्वांटम टेक्नोलॉजी जैसे क्षेत्रों में भविष्य की कार्ययोजना तैयार करेंगे.
प्रधानमंत्री कार्यालय के एक बयान के अनुसार यह एक महत्वपूर्ण वैश्विक कार्यक्रम है. इसमें 190 से अधिक देशों के 3,000 से अधिक उद्योग जगत के नेता, नीति-निर्माता और तकनीकी विशेषज्ञ शामिल होंगे, जो दूरसंचार, डिजिटल और आईसीटी क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करते हैं. आईटीयू-डब्ल्यूटीएसए कार्यक्रम 6जी, एआई, आईओटी, बिग डेटा, साइबर सुरक्षा आदि जैसी नई पीढ़ी की प्रौद्योगिकियों के लिए निर्धारित मानकों पर चर्चा होगी.
प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा कि भारत में इस कार्यक्रम की मेजबानी करने से देश को वैश्विक दूरसंचार एजेंडे को आकार देने और भविष्य की प्रौद्योगिकियों के लिए दिशा निर्धारित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने का अवसर मिलेगा. भारतीय स्टार्टअप और शोध संस्थान बौद्धिक संपदा अधिकार और मानक आवश्यक पेटेंट विकसित करने में महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त करने के लिए तैयार हैं.
इसके साथ ही इंडिया मोबाइल कांग्रेस 2024 में दूरसंचार पारिस्थितिकी तंत्र का प्रदर्शन किया जाएगा. इसमें अग्रणी दूरसंचार कंपनियां क्वांटम टेक्नोलॉजी और सर्कुलर इकोनॉमी में प्रगति पर प्रकाश डालेंगी. साथ ही 6जी, 5जी उपयोग-मामले शोकेस, क्लाउड और एज कंप्यूटिंग, आईओटी, सेमीकंडक्टर, साइबर सुरक्षा, ग्रीन टेक, सैटकॉम और इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण पर जोर देगी.
इंडिया मोबाइल कांग्रेस एशिया का सबसे बड़ा डिजिटल प्रौद्योगिकी मंच है. यह उद्योग, सरकार, शिक्षाविदों, स्टार्ट-अप्स और प्रौद्योगिकी और दूरसंचार पारिस्थितिकी तंत्र के अन्य प्रमुख हितधारकों के लिए अभिनव समाधान, सेवाओं और अत्याधुनिक उपयोग के मामलों को प्रदर्शित करने के लिए दुनिया भर में एक प्रसिद्ध मंच बन गया है.