उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ में स्कूल में हुई छात्रा श्रेया तिवारी की मौत ने पूरे प्रदेश में हंगामा खड़ा कर दिया है. इस मामले में यूपी के विद्यालय प्रबंधन और राज्य के अभिभावक संघ आमने-सामने आ गए हैं. इसी बीच कोर्ट द्वारा आरोपी प्रिंसिपल और क्लास टीचर को रिहा करने का आदेश दे दिया गया है. इसी के साथ पुलिस ने कोर्ट में जो जांच रिपोर्ट जमा की है, उसके मुताबिक, पुलिस ने आरोपी प्रिंसिपल और क्लास टीचर को इस मामले में क्लीन चिट दे दी है.
बता दें कि इस मामले की जांच में पुलिस ने हैरान कर देने वाला खुलासा किया है. पुलिस जांच में सामने आया है कि मृतक छात्रा की दो लड़कों से फोन पर लंबी-लंबी बातें होती थी. परिजनों को इसके बारे में पता चल गया था. पुलिस के मुताबिक, परिजनों ने छात्रा का मोबाइल ले लिया था.
बिजली सही करने घर आता था युवक
पुलिस जांच रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस द्वारा मृतक के मोबाइल की जांच की गई. इस दौरान सामने आया कि मृतक छात्रा 2 लड़कों से फोन पर लंबी-लंबी बाते करती थी. इनमें से एक युवक उसके घर बिजली सही करने आता था. पुलिस जांच में ये भी सामने आया है कि मृतक छात्रा सुबह 4 बजे भी अपने पिता के फोन से एक युवक से बात किया करती थी.
जांच में सामने आया है कि जब छात्रा के परिजनों को इस बारे में पता चला तो उन्होंने आस-पास में ही रहने वाले उस लड़के को बुलाया और काफी डांटा. इसके बाद परिजनों ने श्रेया से उसका मोबाइल भी ले लिया.
बैग में मिले फोन को लेकर हुआ खुलासा
पुलिस जांच में सामने आया है कि जो फोन श्रेया के पास से स्कूल टीचर ने जब्त किया था, वह फोन श्रेया को उन दोनों युवक में से ही किसी एक युवक ने दिया था. इस फोन को श्रेया चोरी-छिपे अपने पास रखती थी. पुलिस के मुताबिक, फोन जब्त होने के बाद प्रिंसिपल ने श्रेया को अपने कक्ष में बुलाया और उसकी प्राइवेसी का ध्यान रखते हुए उससे पूछताछ की गई.
श्रेया बोली- मम्मी-पापा को मत बताना
पुलिस पूछताछ में आरोपी महिला प्रिंसिपल ने बताया कि जब उसने श्रेया से मोबाइल के बारे में पूछताछ की तो उसने साफ मना कर दिया. मगर उसके बाद जब उससे सख्ती से पूछताछ की गई तो उसने बोला था कि ये मोबाइल उसका ही है. लेकिन इसके बारे में उसके माता-पिता को कुछ मत बताइयेगा.
प्रिंसिपल ने पुलिस पूछताछ में आगे बताया है कि प्रिंसिपल ने श्रेया के सामने ही उसके माता-पिता को फोन कर दिया और उनको मामले की जानकारी देते हुए स्कूल बुला लिया. इस दौरान प्रिंसिपल ने श्रेया को प्रिंसिपल कक्ष के गेट के पास खड़ा कर दिया. इस दौरान छात्रा ने तीसरी मंजिल पर जाकर छलांग लगा दी और सुसाइड कर ली.
बता दें कि पुलिस ने इस पूरे मामले में स्कूल प्रिंसिपल और क्लास टीचर को क्लीन चिट दे दी है. पुलिस के मुताबिक, प्रिंसिपल और क्लास टीचर के खिलाफ जांच में सबूत नहीं पाया गया है.
परिजनों ने प्रिंसिपल और क्लास टीचर पर लगाए गंभीर आरोप
बता दें कि स्कूल में छात्रा की सुसाइड केस ने हड़कंप मचा कर रख दिया था. मृतका के परिजनों ने प्रिंसिपल और क्लास टीचर पर हत्या का आरोप लगाया था. पुलिस ने अपनी कार्रवाई में आईपीसी की धारा 306, 201 के तहत प्रिंसिपल और क्लास टीचर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. इसके विरोध में विद्यालय प्रबंधन ने जिले में ही नहीं, बल्कि पूरे प्रदेश में सांकेतिक बंद का आह्वान करते हुए हाथों में काली पट्टी बांधकर विरोध जताया था. अभिभावक संघ ने इस बंद का विरोध करते हुए छात्रा श्रेया को न्याय दिलाने की मांग उठाते हुए सड़कों पर विरोध प्रदर्शन किया था. वहीं, श्रेया के माता-पिता ने पुलिस की कार्रवाई से संतोष जताते हुए प्रिंसिपल और क्लास टीचर को और सख्त सजा देते हुए फांसी की मांग की.