नई दिल्ली: नोएडा में आने वाले दिनों में प्रॉपर्टी की कीमत और महंगी होने जा रही है। नोएडा अथॉरिटी (Noida Authority) ने कुछ कैटगरीज में लैंड अलॉटमेंट के रेट्स बढ़ा दिए हैं। इससे उद्योग लगाने के साथ ही मकान बनाने में लोगों को अधिक धनराशि खर्च करनी पड़ेगी। अथॉरिटी ने रेजिडेंशियल, ग्रुप हाउसिंग और इंस्टीट्यूशनल प्लॉट्स के अलॉटमेंट रेट्स में छह से 10 फीसदी की बढ़ोतरी की है। हालांकि अथॉरिटी के बनाए गए फ्लैट्स या उसके द्वारा लीज पर दी गई कमर्शियल प्रॉपर्टीज के रेट में कोई बदलाव नहीं किया गया है। रविवार को अथॉरिटी के बोर्ड की मीटिंग में जमीन के रेट में बढ़ोतरी के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई। इससे पूरे शहर में प्रॉपर्टी की कॉस्ट बढ़ जाएगी। अथॉरिटी ने आठ महीने में दूसरी बार जमीन के रेट में बढ़ोतरी की है। इससे पहले पिछले साल अगस्त में अलॉटमेंट रेट्स में 20 से 30 फीसदी की बढ़ोतरी की गई थी। लेकिन उससे पहले महामारी के कारण करीब ढाई साल तक जमीन के रेट में कोई बदलाव नहीं किया गया था। नोएडा अथॉरिटी ने शहर में रेजिडेंशियल सेक्टर्स को ए प्लस, ए, बी, सी, डी और ई कैटगरीज में बांटा है। इसके लिए प्लॉट के साइज और वहा उपलब्ध सुविधाओं को आधार बनाया गया है।
ई कैटगरी के रेजिडेंशियल प्लॉट के रेट में सबसे ज्यादा 10 फीसदी बढ़ोतरी की गई है। ये प्लॉट सेक्टर 102, 115, 158, 162 और कमर्शियल एरिया छोड़कर बाकी सभी दूसरे सेक्टर्स में हैं। ए, बी, सी और डी कैटगरी के सेक्टर्स में छह फीसदी बढ़ोतरी की गई है। इस तरह ए कैटगरी का रेट अब 1,11,540 रुपये, बी कैटगरी का ₹77,750 रुपये, सी कैटगरी का 56,620 रुपये, डी कैटगरी का 47,330 रुपये और ई कैटगरी का 41,250 रुपये प्रति वर्ग मीटर हो गया है। ए प्लस कैटगरी के रेट में कोई बदलाव नहीं किया गया है। ग्रुप हाउसिंग, आईटी/आईटीईएस और इंस्टीट्यूशनल प्लॉट्स में भी छह फीसदी बढ़ोतरी की गई है। इस कैटगरी में लैंड अलॉटमेंट रेट 175,000 रुपये है।