*शीतलामाता मंदिर पर मध्य रात्रि से पूजन एवं दर्शन के लिए लगी कतार*
नानपुर
चैत्र मास की सप्तमी को शीतला माता के मंदिरों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। नानपुर मे दो किलो मीटर दूर धोलखेडा मे स्थित शीतलामाता मंदिर में मध्य रात्रि से ही महिलाएं पूजन सामग्री लेकर पहुंचने लगी थीं।
श्रद्धालुओं ने विधि-विधान से माता का पूजन किया और ठंडे भोजन का भोग लगाया। मान्यता है कि शीतला माता का पूजन और आज के दिन ठंडा बासी भोजन करने से परिवार को रोगों और महामारी से सुरक्षा मिलती है। स्कंद पुराण में शीतला माता को रोगों के निवारण की देवी कहा गया है।यहाँ समिति के वरिष्ठ श्री मनोहर लाल वाणी ने बताया की माता का पूजन के लिए लंबी कतारें लग जाती है। दो दिन पूर्व से ही रंग रोगन कर सप्तमी के दिन ठंडा पानी के साथ टेंट की व्यवस्था की जाती है। मंदीर के सामने शीतल पेय पदार्थ की दुकाने लगाई जाती । परम्परानुसार इसी दिन शोक संतृप्त परिवारों मे रिश्तेदार, मित्रों द्वारा ठंडा भोजन देकर शोक निवारण किया जाता है।





