नकली पेट्रोल और डीजल बनाने की सूचना पर आपूर्ति विभाग ने छापा मारकर एत्मादपुर में रही ज्वलनशील केमिकल की फैक्ट्री पर छापा मारकर उसको सील कर दिया। आग बुझाने के कोई इंतजाम नहीं थे। तहसील प्रशासन द्वारा केमिकल से भरी मैक्स गाड़ी को पकड़े जाने पर फैक्ट्री का भेद खुल कर सामने आया है। फैक्ट्री से गाड़ियों के माध्यम से 11 ड्रमों में 2400 लीटर केमिकल भरकर ग्वालियर में सप्लाई के लिए ले जाया जा रहा था।
तहसील प्रशासन के बुलावे पर पहुंचे आपूर्ति विभाग के अधिकारियों ने पकड़े गए गाड़ी चालक से पूछताछ के बाद एत्मादपुर-खंदौली रोड स्थित फैक्ट्री पर छापा मारा। दो घंटे इंतजार कर ताला तोड़कर अंदर घुसे अधिकारियों को यहां अंडरग्राउंड केई टैंक मिले। कई ड्रमों में केमिकल और पाउडर भरा मिला। चौंकाने वाली बात यह थी सालों से ज्वलनशील केमिकल का इधर से उधर खेल करने वालों के जीवन की रक्षा के लिए आग बुझाने के कोई इंतजामी उपकरण नहीं थे। आपूर्ति विभाग ने गोदाम को सील कर सैंपल जांच के लिए भेज दिए है।
छापामार कार्रवाई आपूर्ति अधिकारी आनंद सिंह के नेतृत्व में की गई। उन्होंने बताया कि फैक्ट्री (गोदाम) में बरामद केमिकल ज्वलनशील पदार्थ है। उसके नमूने लेकर जांच के लिए भेज दिए गए हैं। फैक्ट्री को सील कर दिया गया है। यहां से बरामद सभी सामान फिलहाल फैक्ट्री स्वामी की सुपुर्दगी में दिया गया। अधिकारियों ने बताया कि यहां केमिकल के अंडर ग्राउंड टैंक मिले हैं। दो लोहे के बड़े टैंकर से केमिकल निकालने के लिए इलेक्ट्रिक पंप लगी थी। एक अन्य टैंकर पास खड़ा था। एक कमरे में कई ड्रम रखे थे। आबादी क्षेत्र में होने के बावजूद गोदाम में अग्निशमन के इंतजाम नहीं थे। डीएसओ संजीव कुमार ने बताया कि आजाद केमिकल फर्म के पास 90 हजार लीटर इंडस्ट्रीयल आयल का लाइसेंस है। यहां से कई फैक्ट्रियों में तापमान नियंत्रित करने के लिए केमिकल की सप्लाई की जाती है। नमूने जांच को भेजे गए हैं। गोदाम को सील कर दिया गया है।