भगवान राम संग चारों भाईयों के राजा दशरथ के निवास में प्रवेश करते ही हर तरफ जयश्रीराम के उद्घोष गूंजने लगे। मन में श्रद्धाभाव और मुख पर श्रीहरि के जयकारे, हर तरफ भक्ति के रंग बिखरे थे। बैंडबाजों संग पुष्प वर्षा कर भगवान का स्वागत किया गया। राजा दशरथ व रानी कौशल्या (संतोष शर्मा व ललिता शर्मा) व उमकी मां लाजवन्ती शर्मा ने पुष्प माला पहनाकर व आरती कर प्रभु श्रीराम व चारों भाईयों का अभिनन्द किया। भगवान की एक झलक के लिए हर श्रद्धालु ललायित था।
चारों भाईयों संग भगवान के घर में प्रवेश करते ही शंखनाद के साथ गूंजती भजनों के भक्तिमय स्वरलहरियां, मानों बाग फरजाना अयोध्या धाम बन गया हो। मेरी चौखट पर चलकर आज चारों धाम आएं हैं, बजाओ ढोल स्वागत में मेरे घर राम आए हैं… जैसे भजनों पर भक्तों ने नृत्य भी किया। महिलाओं ने ढोलक और मंजीरों पर सियाराम के विवाह की खुशी में मंगल गीत व भजन गाए। संचालन हरिनारायण चतुर्वेदी ने किया।
इस अवसर पर मेयर हेमलता दिवाकर, रामशंकर कठेरिया, मधु बघेल, प्रीति उपाध्याय, राजा दशरथ की बहनें नुपुर व कामना, प्रखर शर्मा, युक्ति, संजय शर्मा-रजनी शर्मा, रामकुमार शर्मा, ममता शर्मा, नितिन अग्रवाल, कनिष्का, खुशबू, अनन्या, अभय, गौतम सेठ, सुरेश उपाध्याय, प्रवीन उपाध्याय, प्रदीप, गौरव, अनूप, गगन, विकास, विमल, विकास जैन, शोभित, सत्यवीर तोमर, मंजीत सिंह, स्नेहलता गुप्ता, विकास जैन, गरिमा जैन, मनीष शर्मा आदि उपस्थित थीं।
एक पहल के विद्यार्थियों ने दी सांस्कृतिक प्रस्तुतियां
आगरा। एक पहल संस्था के विद्यार्थियों ने रामायण के प्रसंग का मंचन कर भक्तिमय सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दीं। श्रीराम के भजनों पर नृत्य किया। उपहार स्वरूप संतोष शर्मा ने विद्यार्थियों को पाठ्य सामग्री भेंट की। सांस्कृतिक कार्यक्रम एक पहल के संस्थापक मनीष राय के नेतृत्व में प्रस्तुत किए गए।