नई दिल्ली: दुनिया में मंदी (recession) की आशंका दिन ब दिन बढ़ती जा रहा है लेकिन देश का सबसे बड़ा औद्योगिक घराना टाटा ग्रुप (Tata Group) इस बार रेकॉर्ड ग्रोथ की तरफ बढ़ रहा है। ग्रुप की लिस्टेड और अनलिस्टेड कंपनियां इस फाइनेंशियल ईयर में 20 फीसदी की रफ्तार से ग्रोथ कर रही हैं। टाटा ग्रुप ने अपनी पुराने और नए बिजनस में अगला पांच साल में 90 अरब डॉलर के भारीभरकम निवेश की योजना बनाई है। कंपनी के नए बिजनस में ईवी, बैटरीज, रिन्यूएबल्स, 5जी, प्रीसिशन इलेक्ट्रॉनिक्स और सेमीकंडक्टर शामिल है। टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन (N Chandrasekaran) का कहना है कि जल्दी ही टाटा स्टील (Tata Steel) और टाटा मोटर्स (Tata Motors) का मार्केट कैप ग्रुप की आईटी कंपनी टाटा कंसल्टैंसी सर्विसेज (TCS) के बराबर पहुंच जाएगा। यानी आने वाले दिनों में मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) को टाटा ग्रुप की तीन-तीन कंपनियों से मुकाबला करना पड़ सकता है। अभी रिलायंस 1,580,700.16 लाख करोड़ रुपये के मार्केट कैप के साथ देश की सबसे मूल्यवान कंपनी है।
कब पूरा होगा एयरलाइन कंपनियों का मर्जर
टाटा संस के चेयरमैन ने कहा कि ग्रुप की सभी कंपनियां मजबूत ग्रोथ दर्ज कर रही हैं और उनकी सालाना ग्रोथ 2022-23 में करीब 20 फीसदी रहने का अनुमान है। टाटा जैसे बड़े ग्रुप के लिए इसे बहुत अच्छा कहा जा सकता है। ग्रुप का कंबाइंड प्रॉफिट और कैश फ्लो बहुत मजबूत है। हमें खुशी है कि ग्रुप ने परंपरागत बिजनस में अपना लक्ष्य हासिल किया है। ये कंपनियां अपने इंटरनल रिसोर्सेज से खुद को फंड करेंगी। अगले पांच साल में हमारी 90 अरब डॉलर के निवेश की योजना है। टाटा पावर और टाटा स्टील में प्रत्येक कंपनी 10 अरब डॉलर का निवेश कर रही हैं। इसी तरह टाटा मोटर्स और जगुआर लैंड रोवर अगले पांच साल में 25 अरब डॉलर का निवेश करेंगी।