धनराशि अपने बैंक खाते में वापस पाकर पीड़ित ने महोबा पुलिस का धन्यवाद ज्ञापित किया
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ब्यूरो महोबा। आये दिन साइबर अपराधियों द्वारा आम जनता को भ्रमित कर उनसे उनके बैंक खाते एवं क्रेडिट कार्ड आदि से जुडी गोपनीय जानकारी अर्जित कर यूपीआई व अन्य के माध्यम से साइबर फ्रॉड कर धोखाधडी की घटनाएं प्रकाश में आती हैं, ऐसी घटनाओं की रोकथाम तथा आमजनमानस को नियमित साइबर अपराध के प्रति जागरुक कर उनकों सचेत किये जाने हेतु प्रदेश के प्रत्येक जनपद में साइबर थाने का गठन किया गया है। जनपद महोबा में पुलिस अधीक्षक, पलाश बंसल के निर्देशन पर अपर पुलिस अधीक्षक वन्दना सिंह व क्षेत्राधिकारी नगर दीपक कुमार दुबे के निकट पर्यवेक्षण में व प्रभारी साइबर क्राइम पुलिस थाना निरीक्षक मो0 फहीम अख्तर के नेतृत्व में साइबर अपराध की रोकथाम हेतु जनपदीय साइबर क्राइम पुलिस टीम महोबा द्वारा निरन्तर अभियान चलाया जा रहा है ।इसी क्रम में आवेदक शुभम सिंह पुत्र राजेश निवासी मु0 समदनगर थाना कोतवाली नगर जनपद महोबा ने अपने साथ हुयी धोखाधडी के संदर्भ मे प्रार्थना पत्र दिया था, जिसके क्रम मे साइबर क्राइम पुलिस टीम द्वारा प्रार्थना पत्र की जाँच की गयी, जाँच के दौरान पाया गया कि साइबर अपराधी द्वारा आवेदक के साथ ₹ 2,00,000/- (दो लाख ₹) साइबर ठगी कर ली गयी थी। आवेदक के साथ हुयी साइबर ठगी में खाते से निकाली गयी धनराशि को वापस कराने हेतु त्वरित कार्यवाही करते हुये पेमेण्ट गेटवे/सम्बन्धित बैंक के साथ समन्वय स्थापित कर पीडित की सम्पूर्ण धनराशि 2,00,000/- रुपये वापस करायी गयी है। थाना साइबर क्राइम जनपद महोबा पुलिस टीम के द्वारा की गयी इस त्वरित कार्यवाही से पीडित अपने रुपये वापस पाकर अत्यन्त प्रसन्न है, पीडित ने पुलिस अधीक्षक महोबा व साइबर क्राइम थाना जनपद महोबा की पुलिस टीम के प्रति धन्यवाद ज्ञापित कर आभार व्यक्त किया है।
प्रभारी फईम अख्तर ने बताया कि साइबर धोखाधड़ी होने पर तत्काल 1930 पर सूचना अंकित कराये, सूचना विलम्ब से देने पर साइबर अपराधियों द्वारा धन निकाल लिया जाता है। धन निकलने के उपरान्त पैसे वापस होने की सम्भावना बहुत कम होती है। लोगो को साइबर ठगों से सावधान रहने की जरुरत है। किसी भी अनजान फोन कॉल पर अपनी बैंक डिटेल, ओ०टी०पी०, बायोमैट्रिक डेटा, पैन कार्ड व आधार कार्ड की डिटेल किसी के साथ साझा न करें। फ्रॉड ट्रांजेक्सन होने पर तत्काल अपने बैंक एवं थाना पर गठित साइबर सेल को सूचना दें एवं साइबर हेल्पलाइन 1930 पर तत्काल शिकायत दर्ज कराएँ।
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