प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को इंडोनेशिया के लिए रवाना हुए जहां जी-20 शिखर सम्मेलन का आयोजन हो रहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग समेत तमाम अन्य नेता यहां मौजूद रहेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करीब 45 घंटे बाली में रहेंगे और इस दौरान 20 बड़ी बैठकों में हिस्सा लेंगे। माना जा रहा है कि इस सम्मेलन में रूस-यूक्रेन युद्ध और चीन से तनाव जैसे मुद्दे छा रहेंगे। शिखर सम्मेलन के दौरान पीएम मोदी हिस्सा लेने वाले 10 देशों के प्रमुखों से सीधी द्विपक्षीय मुलाकात करेंगे। इसमें बहुपक्षीय व द्विपक्षीय मुद्दों पर विस्तार से चर्चा होगी।
ऋषि सुनक से पहली मुलाकात संभव
जी-20 समिट के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ब्रिटेन के पीएम ऋषि सुनक से मुलाकात हो सकती है। पिछले महीने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बनने के बाद मोदी से ऋषि सुनक की यह पहली मुलाकात होगी।
बाली रवाना होने से पहले पीएम मोदी की ओर से जारी वक्तव्य में कहा गया, बाली शिखर सम्मेलन के दौरान मैं वैश्विक चिंता के प्रमुख मुद्दों जैसे वैश्विक विकास, खाद्य और ऊर्जा सुरक्षा, पर्यावरण, स्वास्थ्य और डिजिटल परिवर्तन, पर अन्य G20 नेताओं के साथ व्यापक चर्चा करूंगा।
बयान में आगे कहा गया कि बाली में जी20 शिखर सम्मेलन से इतर मैं कई अन्य भाग लेने वाले देशों के नेताओं से मिलूंगा और उनके साथ भारत के द्विपक्षीय संबंधों में प्रगति की समीक्षा करूंगा। मैं 15 नवंबर को एक स्वागत समारोह में बाली में भारतीय समुदाय को संबोधित करने के लिए उत्सुक हूं।
G-20 में कौन-कौन से देश शामिल हैं?
G-20 देश G-20 दुनिया की प्रमुख विकसित और विकासशील अर्थव्यवस्थाओं का एक अंतर-सरकारी मंच है। इसमें अर्जेंटीना, आस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, दक्षिण कोरिया, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्किये, ब्रिटेन , अमेरिका और यूरोपीय संघ शामिल हैं। रूस इस बार जी-20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा नहीं ले रहा है। माना जा रहा है कि रूस-यूक्रेन युद्ध और इसके बाद बने हालात पर व्यापक चर्चा होगी। वहीं चीन और अमेरिका के बीच जारी तनातनी के बीच दोनों देशों के राष्ट्र प्रमुख भी पहली बार आमने-सामने होंगे।