मेगा पावर स्टार राम चरण अपनी फिल्म ‘RRR’ को लेकर विदेशों में भी खूब चर्चा में हैं। राम चरण स्टारर फिल्म ‘RRR’ ऑस्कर में भी नॉमिनेट है। उन्होंने हाल ही मे टॉक ईज़ी के सैम फ्रैगोसो के साथ अपने एक इंटरव्यू में दिल खोल कर बात की। इस दौरान उन्होंने ‘आरआरआर’ की जर्नी से लेकर हैदराबाद में अपने पालन-पोषण, ऑस्कर नामिनेशंस के साथ कई और टॉपिक्स पर बात की। उन्होंने ये भी बताया कि उनकी परवरिश कैसी रही है।
उन्होंने अपनी परवरिश के बारे में बातें करते हुए कहा, ‘मैं पापा के अवॉर्ड्स और सिनेमा मैगजीन्स को देखकर बड़ा तब बड़ा हो रहा था और घर के नीचे वाले ऑफिस में अगर मैं कभी कुछ स्टेशनरी लेने के लिए गया और गलती से उनकी कोई फोटो लेकर घर में दाखिल हो गया…हमारे घर में उनकी कोई भी तस्वीर, कोई मैगजीन्स या फैन का बनाया कुछ भी नहीं होता था। एक जाने माने भारतीय कलाकार ने उनकी एक पेंटिंग बनाई और उसे भी घर में जगह नहीं मिली, क्योंकि वह नहीं चाहते थे कि उनके काम का प्रभाव उनके घर पर पड़े। उन्होंने सोचा कि यह एक इंडस्ट्री के रूप में बहुत ही ग्लैमरस, आकर्षक है और वह चाहते थे कि हम जितना हो सके एक आम जिंदगी जीएं, वो नहीं चाहते थे कि हमें पता चले कि हमारे पास एक सुपरस्टार फादर हैं और ये मान लें कि ये सब हमारे लिए आसान होगा। उन्होंने जो कुछ भी किया वह आज तक सही था, मैं अपनी ईएमआई का भुगतान करने में सक्षम हूं और इसे जारी रख रहा हूं और मैं उनकी परवरिश और जिस तरह से था, उसके कारण अच्छा कर रहा हूं।’
सभी मेहनती निर्देशक और लोग पिछले 85 सालों से जो देखना चाहते थे
अपनी फिल्म आरआरआर पर बात करते हुए उन्होंने कहा, ‘आरआरआर एक ऐसा प्लैटफॉर्म है जहां वो सफर आने वाला है जिसे भारत में फिल्म उद्योग के सभी मेहनती निर्देशक और लोग पिछले 85 सालों से जो देखना चाहते थे, उसे हासिल करने का यह एक तरीका है। हमारा आखिरी लक्ष्य विश्व मंच पर पहचाना जाना है।’
कहा- मेरे फ्लाइट लेने से पहले पापा इतने भावुक थे
ऑस्कर में नॉमिनेशन पर उन्होंने कहा, ”मैं जिन लोगों की बात कर रहा हूं, वे भी नहीं जानते कि यह हमारे देश के लिए क्या करने वाला है। आप इस दिन के रिजल्ट को समझ नहीं सकते। यह हम सभी के लिए भावनात्मक माहौल है। यह मेरे पिता के लिए भावनात्मक है जो इंडिया में इंतजार कर रहे हैं। मेरे फ्लाइट लेने से पहले, वह इतने भावुक थे कि मैं यहां आ रहा था। उन्होंने 154 फिल्में की हैं और 42 साल से काम कर रहे हैं, वे 80 के दशक में ऑस्कर में जा चुके हैं और वह भी एक अपीयरेंस के लिए और उन्हें लगता है कि यह भी एक बड़ी उपलब्धि है।’
भारत के ओलंपिक गोल्ड मेडल जीतने जैसा
उन्होंने आगे कहा, ‘लेकिन आज हम नॉमिनेटेड हैं और हमारा नाम लिस्ट में हैं और अब हम इंतजार कर रहे हैं। उन्होंने मुझे एक युवा एक्टर होने के अहमियत बताई है, क्योंकि करियर के इस पढ़ाव पर हमें इसकी कद्र नहीं समझते हैं, लेकिन उन्हें की वैल्यू पता है और मुझे सच में यकीन है, कि हम इसके लिए भारत में भी सभी के लिए प्रार्थना कर रहे हैं, सिर्फ अभिनेताओं के लिए नहीं बल्कि यह भारत के ओलंपिक गोल्ड मेडल जीतने जैसा है, मैं दौड़ता नहीं लेकिन मैं केवल यह महसूस करते हुए कि जब मेरे भारतीय खिलाड़ी के पास वह मेडल है, तो ऑस्कर हमारे लिए ओलंपिक गोल्ड मेडल के बराबर ही है।’