जी-20 की पर्यटन कार्य समूह की पहली बैठक 7 से 10 फरवरी तक रण के कच्छ में होगी। पर्यटन मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा 7 फरवरी को ‘सामुदायिक सशक्तिकरण और गरीबी उन्मूलन के लिए ग्रामीण पर्यटन’ की थीम पर एक साइड इवेंट किया जायेगा। साइड इवेंट में भारत के ग्रामीण पर्यटन मामलों को प्रदर्शित करने के लिए एक सत्र भी रखा गया है। सत्र में मध्यप्रदेश के रिस्पॉन्सिबल टूरिज्म मिशन अंतर्गत संचालित परियोजनाओं पर नवाचार और अनुभवों को साझा करने के लिए आमंत्रित किया गया है। मध्यप्रदेश के साथ सिर्फ केरल राज्य को प्रस्तुतिकरण के लिए आमंत्रित किया गया है।
प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति एवं प्रबंध संचालक, मप्र टूरिज्म बोर्ड श्री शिव शेखर शुक्ला ने कहा कि ‘यह बड़े हर्ष की बात है कि जी-20 कार्य समूह में म.प्र. पर्य़टन के तहत ग्रामीण पर्यटन का प्रस्तुतिकरण होगा। ग्रामीण पर्यटन में आर्थिक विकास, सामाजिक बदलाव और समावेशी सामुदायिक सहभागिता की उच्च क्षमता है।
प्रमुख सचिव श्री शुक्ला ने बताया कि म.प्र. पर्यटन विभाग द्वारा पर्यटन स्थलों में ‘लोगों के रहने और पर्यटकों के आने-जाने के लिए बेहतर स्थान बनाने’ के उद्देश्य से कार्य किया जा रहा है। जी-20 की पर्यटन कार्य समूह बैठक में दुनिया के प्रमुख देशों के प्रतिनिधियों के समक्ष मध्यप्रदेश के ग्रामीण पर्यटन परियोजनाओं की जानकारी दी जाएगी। इसमें होम-स्टे, रूरल टूरिज्म, रिस्पॉन्सिबल सोवोनियर प्रोजेक्ट, महिलाओं के लिए सुरक्षित पर्यटन स्थल, ठोस तरल अपशिष्ट प्रबंधन परियोजना, प्रोजेक्ट हमसफर इत्यादि परियोजनाओं और प्रयासों से अवगत कराया जाएगा।