नई दिल्ली : अप्रैल महीने में लोगों ने कम गाड़ियां खरीदी हैं। बीते महीने वाहनों की खुदरा बिक्री (Vehicle Retail Sales) में 4 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है। टू-व्हीलर सेल (Two-wheeler sales) में सबसे अधिक 7 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई। वहीं, पैसेंजर व्हीकल सेगमेंट की सेल में 1 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई। फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (FADA) द्वारा जारी आंकड़ों से यह जानकारी मिली है। फाडा ने जीएसटी काउंसिल से टू-व्हीलर्स पर जीएसटी को 28% से घटाकर 18% करने की मांग की है, जिससे इसकी बिक्री को फिर से मोमेंटम मिल सके। कुल ऑटो बिक्री में टू-व्हीलर्स की हिस्सेदारी 75 फीसदी होती है। हालांकि, लंबे समय से इस सेगमेंट की सेल्स घट रही है।
प्री-कोविड से 19% कम है टू-व्हीलर सेल
टू-व्हीलर बिक्री में गिरावट ग्रामीण अर्थव्यवस्था की कमजोर स्थिति को दर्शाती है। टू-व्हीलर सेल्स अभी भी कोरोना से पहले के समय से काफी कम है। यह अप्रैल 2019 की तुलना में 19 फीसदी कम है। देश की रूरल इकॉनमी में अभी तक कोई अच्छी प्रोग्रेस देखने को नहीं मिली है। हालांकि, मई महीने में होने वाली शादियों के चलते टू-व्हीलर सेल्स में थोड़ा उछाल देखा जा सकता है।
OBD 2A नियमों से गाड़ियां हुईं महंगी
फाडा के अध्यक्ष मनीष राज सिंघानिया ने एक बयान में कहा, ‘पैसेंजर व्हीकल सेगमेंट ने वित्त वर्ष 2023 में रिकॉर्ड सेल्स दर्ज की थी। इसमें अप्रैल महीने में गिरावट आई है। खुदरा बिक्री में 1 फीसदी सालाना की गिरावट दर्ज हुई है। यह पिछले साल के हाई बेस और OBD 2A नियमों के चलते है। इससे गाड़ियों की कीमतों में इजाफा हुआ है।’
सस्ती कारों के खरीदार कम
पैसेंजर व्हीकल सेगमेंट में आठ महीने बाद पहली बार साल-दर-साल ग्रोथ में गिरावट दर्ज की गई है। फाडा ने कहा कि इस सेगमेंट में बढ़ती इन्वेंट्री इस समय चिंता का विषय है। उन्होंने कहा, ‘पैसेंजर व्हीकल सेगमेंट में एंट्री लेवल की गाड़ियों के खरीदार कम है। पिरामिड के निचले भाग के ग्राहक अभी भी टू-व्हीलर से 4-व्हीलर में अपग्रेड करने में संकोच कर रहे हैं।’ फाडा ने कहा, ‘अप्रैल महीने में बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से कई राज्यों में फसलों को नुकसान पहुंचा है। इससे किसानों की चिंता बढ़ गई है। इससे एंट्री लेवल टू-व्हीलर और पैंसेंजर कार सेल्स प्रभावित होती है।’ इन कारणों के चलते फाडा ने मई महीने के लिए सतर्क रुख बनाया हुआ है।
थ्री-व्हीलर्स की सेल 57% उछली
ई-रिक्शा और पैसेंजर सेगमेंट के लिए हाई डिमांड के चलते थ्री-व्हीलर्स गाड़ियों की रिटेल सेल्स में 57 फीसदी का इजाफा हुआ है। वहीं, ट्रैक्टर और कमर्शियल व्हीकल की बिक्री में क्रमश: 1% और 2% की वृद्धि हुई है। सिंघानिया ने कहा, ‘कमर्शियल व्हीकल डीलर्स ने बताया कि ओबीडी 2ए नियमों के कारण वाहनों की उपलब्धता एक बड़ी चिंता थी। पिछले साल के लो बेस ने भी सकारात्मक ग्रोथ में योगदान दिया है।’