‘बजरंगी भाईजान’ सलमान खान के 35 साल के करियर की सबसे बेहतरीन फिल्मों में से है। कबीर खान के डायरेक्शन में बनी इस फिल्म की कहानी एसएस राजामौली के पिता वी. विजयेंद्र प्रसाद ने लिखी है। मुन्नी और उसके बजरंगी भाईजान की दिल को छू लेने वाली इस कहानी के क्लाइमेक्स ने हर आंख को नम किया। लेकिन फिल्म की रिलीज के 8 साल बाद एक दिलचस्प खुलासा हुआ है। सलमान खान खुद बताते हैं कि वह फिल्म के क्लाइमेक्स को बदलना चाहते थे। यहां तक कि एसएस राजामौली ने भी जब उनका आइडिया सुना तो वह भी इससे सहमत थे कि फिल्म का क्लाइमेक्स बदला जाना चाहिए। राजामौली ने इसके लिए अपने पिता विजयेंद्र प्रसाद से बात भी की थी। लेकिन फिर फिल्म वैसे ही शूट की गई, जैसे पहले लिखी गई थी।
‘बजरंगी भाईजान’ में सलमान को लग जाती है गोली
Bajrangi Bhaijaan Climax: सलमान खान बीते दिनों टीवी शो ‘आप की अदालत’ में पहुंचे थे। इस दौरान रजत शर्मा के एक सवाल का जवाब देते हुए सलमान ने खुलासा किया कि वह ‘बजरंगी भाईजान’ का क्लाइमेक्स बदलना चाहते थे। सलमान बताते हैं कि फिल्म में यह दिखाया गया है कि पवन छोटी सी मुन्नी को उसके माता-पिता से मिलवाने पाकिस्तान ले तो जाता है, लेकिन पुलिस की घेराबंदी के कारण वह खुद मुन्नी को उसकी मां के हाथों नहीं सौंप पाता। इसके लिए वह चांद नवाब को जिम्मा सौंपता है। इस बीच पवन को गोली लग जाती है।
सलमान चाहते थे पवन खुद मुन्नी को मां से मिलवाए
Salman Khan कहते हैं कि उनकी चाहत थी कि पवन खुद मुन्नी को उसकी मां को सौंपे और फिर उसे पुलिस की गोली लगे। वो कहते हैं, ‘मैंने बस बजरंगी भाईजान के क्लाइमेक्स को लेकर यह सोचा था और यहां तक कि SS Rajamouli ने भी अपने पिता Vijyendra Prasad से यह कहा था कि उस सीन में चांद नवाब की जगह पवन को होना चाहिए। वह मुन्नी को घर पहुंचाने के लिए तमाम जोखिम उठाता है, ऐसे में जब वो खुद मुन्नी को उसकी मां को सौंपता तो वहां जो इमोशन होते वह अलग लेवल के होते, क्योंकि पवन का किरदार पूरी फिल्म में यही कहता रहता है कि मुन्नी को मैं छोड़ कर आऊंगा। मैं छोड़कर आऊंगा।’
सलमान चाहते थे ऐसा हो ‘बजरंगी भाईजान’ का क्लाइमेक्स सीन
हालांकि, सलमान यह भी मानते हैं कि फिल्म की कहानी और स्क्रीनप्ले में जो लिखा गया, दर्शकों को वह बहुत पसंद आया। बॉक्स ऑफिस पर फिल्म ने जबरदस्त बिजनस किया। लेकिन वह आज भी यह मानते हैं कि अगर इस सीन को बदला जाता तो सिनेमाघरों में भावनाएं कुछ और ही होतीं। सलमान कहते हैं, ‘यह सीन इस तरह होना चाहिए था कि पवन खुद मुन्नी को उसकी मां तक पहुंचाता है। वह मुन्नी को अपनी मां की तरफ दौड़ते हुए, उसे खिलखिलाते हुए देख रहा और तभी उसे गोली मार दी जाती है। यह अब तक का सबसे जबरदस्त सीन होता।’
सलमान बोले- विजयेंद्र प्रसाद की कहानी थी जबरदस्त
सलमान ने ‘बजरंगी भाईजान’ की कहानी और इसके स्क्रीनप्ले की जमकर तारीफ भी की। होस्ट रजत शर्मा ने सलमान से कहा कि फिल्म में उनकी एक्टिंग करियर की सबसे बेहतरीन में से रही है। इस पर सलमान कहते हैं, ‘उस फिल्म में किसी को एक्टिंग करने की जरूरत ही नहीं थी सर। उस फिल्म की कहानी ऐसी है कि आप बस सेट पर जाते हैं और उस एहसास में डूब जाते हैं। इसे बहुत ही खूबसूरती के साथ लिखा गया था।’