नई दिल्ली। दक्षिण-पूर्वी जिला में कालकाजी स्थित मलिक राम इस्सर मार्ग को बनाने के लिए लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) द्वारा दिए गए टेंडर में 1.74 करोड़ रुपये का घोटाला किए जाने का मामला सामने आया है। पीडब्ल्यूडी के तीन इंजीनियर की मिलीभगत से ठेकेदार ने तारकोल की खरीदारी का फर्जी बिल पेश कर विभाग से 1.74 करोड़ का भुगतान ले लिया था।
बाद में उक्त रकम का अधिकारियों व ठेकेदार ने बंटवारा कर लिया था। वर्षों तक यह मामला दबा रहा। एलजी वीके सक्सेना से अनुमति मिलने के बाद दिल्ली सरकार की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा (एसीबी) ने घोटाले के इस मामले में ठेकेदार अशोक सिंघल व पीडब्ल्यूडी के दो इंजीनियर देवी सिंह व जेएस चौहान के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम की धाराओं के तहत केस दर्ज किया है।
एक अन्य इंजीनियर आर एस गर्ग को अभी आरोपित नहीं बनाया गया है। संयुक्त आयुक्त, भ्रष्टाचार निरोधक शाखा मधुर वर्मा ने मुकदमा दर्ज किए जाने की पुष्टि की है। जानकारी के मुताबिक, पीडब्ल्यूडी ने अशोक विहार स्थित एमसी कंस्ट्रक्शन कंपनी के ठेकेदार अशोक सिंघल को कालकाजी स्थित मलिक राम इस्सर मार्ग पर सड़क निर्माण कार्य का टेंडर दिया था।
उस दौरान कनिष्ट अभियंता देवी सिंह, सहायक अभियंता जेएस चौहान व अधिशासी अभियंता आरएस गर्ग सीपीडब्ल्यूडी से प्रतिनियुक्ति पर पीडब्ल्यूडी में आए हुए थे। इन्हीं तीनों अधिकारियों की मिलीभगत से एमसी कंस्ट्रक्शन कंपनी को टेंडर मिला। इसके बाद 2014-2015 के बीच उक्त सड़क बनकर तैयार हो गई। सड़क बन जाने के बाद ठेकेदार ने पीडब्ल्यूडी में एक बिल लगाते हुए बताया कि इंडियन आयल के पानीपत स्थित एक रिफाइनरी कंपनी व मथुरा स्थित एक अन्य कंपनी से उसने 1.74 करोड़ में तारकोल खरीदा था। बिल का भुगतान ठेकेदार को मिल गया।
इसके बाद यूपी के रहने वाले राहुल शर्मा नाम के व्यक्ति को फर्जीवाड़े की जानकारी मिलने पर उन्होंने एसीबी में शिकायत कर दी थी। एसीबी की जांच में दोनों कंपनियों के अधिकारियों ने बताया कि उनकी कंपनी से कोई तारकोल नहीं खरीदा गया। एसीबी ने जांच रिपोर्ट एलजी को सौंप दी थी।
2018 में प्रविधान आया कि सरकारी अधिकारियों के खिलाफ केस चलाने के लिए एलजी की मंजूरी आवश्यक है। इसलिए मामला वर्षों तक राजभवन में अटका रहा। अब जाकर एलजी वीके सक्सेना से मुकदमा दर्ज करने की अनुमति मिलने के बाद गत दिनों एसीबी ने केस दर्ज कर लिया है। अब जांच कर एसीबी आगे की कार्रवाई करेगी।