उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. यहां एक महिला ने अपने ही छह महीने की बच्ची को नदी में फेंक दिया. इस घटना के वक्त महिला का बड़ा बेटा और बेटी भी मौजूद थे और अपनी आखों के सामने छोटी बहन को नदी में डूबते देखकर रोते रहे. इन बच्चों के रोने की आवाज सुनकर आसपास के लोग मौके पर पहुंचे और पुलिस को सूचना दी. इसके बाद पुलिस ने गोताखोरों की मदद से नदी में बच्ची की तलाश कराई. करीब दो घंटे बाद बच्ची का शव बरामद हुआ है.
फिलहाल पुलिस ने महिला के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है. गाजीपुर पुलिस के मुताबिक भुड़कुड़ा कोतवाली के बेलहरा गांव में रहने वाली सुलेखा पुत्री घुरहू राम की शादी दुल्लहपुर थाना क्षेत्र के नायकडीह गांव में रहने वाले अनिल कुमार के साथ हुई थी. करीब छह महीने पहले सुलेखा ने एक बेटी को जन्म दिया था और कुछ दिन पूर्व ही वह अपने बच्चों के साथ मायके आ गई थी. पुलिस के मुताबिक रविवार की सुबह वह अपनी बेटी सुनैना और पुत्र अमरेश के साथ 6 माह की बच्ची अनुष्का को गोद में लेकर टैंपू में बैठी और चौजा खास पुल पर आ गई.
रोते-चिल्लाते रह गए भाई बहन
यहां उसने अपने दोनों बच्चों के सामने छह माह की बेटी को मंगई नदी में फेंक दिया. उसने ऐसा करते देख बेटी सुनैना और बेटा अमरेश रोने-चिल्लाने लगे. आवाज सुनकर आसपास के लोग मौके पर पहुंचे तो बच्चों ने उन्हें अपनी मां की करतूत बताई. इसके बाद ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना देने के साथ ही बच्ची को नदी से निकालने की कोशिश की. थोड़ी ही देर में पुलिस भी मौके पर पहुंच गई और बच्ची की तलाश में गोताखोरों को नदी में उतारा गया.
पिता बोले: बीमार है सुलेखा
करीब दो घंटे की तलाश के बाद बच्ची को नदी से निकाल लिया गया, लेकिन उस समय तक उसकी मौत हो चुकी थी. इसके बाद पुलिस ने महिला के परिजनों को सूचित किया. महिला के पिता घुरहू राम ने पुलिस को बताया कि उनकी बेटी सुलेखा मानसिक रूप से बीमार है और उसका इलाज चल रहा है. उधर, भुड़कुड़ा कोतवाल तारावती ने बताया कि इस घटना से जुड़ हर पहलू की जांच कराई जा रही है. फिलहाल महिला के खिलाफ केस दर्ज किया गया है.