शहर में एक स्कूली छात्रा ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। छात्रा को अधिवक्ता अनीता चाको ने गोद लिया था। कोरबा जिले के सिविल लाइन थाना क्षेत्र के अंतर्गत हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी की है।
मृत लड़की 12वीं कक्षा की छात्रा थी। जब लड़की 7 साल की थी, तब उसे अधिवक्ता अनीता चाको ने उन्हें दत्तक पुत्री के तौर पर गोद लिया था।
घटना के वक्त छात्रा घटना के वक्त घर में अकेली थी। जब परिजन घर पहुंचे, तो उन्होंने लड़की का शव फांसी के फंदे से लटकता हुआ देखा।
छात्रा को फंदे से उतारकर परिजन निजी अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने छात्रा की मां अधिवक्ता अनीता चाको का बयान दर्ज किया है। फिलहाल सुसाइड नोट नहीं मिला है।
छात्रा के मोबाइल को जब्त किया गया है। उसके कॉल डिटेल्स और मैसेजेज़ से आत्महत्या की वजह तलाश करने की कोशिश की जाएगी।
अधिवक्ता अनीता चाको ने शादी नहीं की है इसलिए उसने बच्ची को बाल कल्याण समिति से 8 साल पहले गोद लिया था। घर में केवल मां-बेटी ही रहते थे, साथ ही उन्होंने सुरक्षा के मद्देनजर 5 कुत्ते भी पाल रखे थे।
छात्रा की मां अनीता चाको ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि बेटी के साथ कुछ भी असामान्य नहीं लग रहा था। उसका व्यवहार रोज की तरह ही था। वो भी गुरुवार को रोजाना की तरह ड्यूटी चली गई।
जब वहां से उसने एक-दो बार बेटी को फोन किया, तो बेटी ने कॉल रिसीव नहीं की। बाद में वे ड्यूटी से घर वापस लौट आईं, जहां बेटी अपने कमरे में फांसी पर लटकी मिली।