सचिव रोजगार सेवक की मनमानी भ्रष्टाचार की गढ़ रही कहानी
विशवां/सीतापुर




विकासखंड विशवां की ग्राम पंचायत गोधनी सरैया में प्रधान रोजगार सेवक तकनीकी सहायक व सचिव की मिली भगत से मनरेगा के कार्यों में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार के आरोप ग्रामीणों ने लगाया है ग्रामीणों का कहना है कि 245 लेबर बुलाकर फोटो खींचकर फोटो से फोटो अपलोड कर दिए जाते हैं जबकि मौके पर दो चार पांच लेबर कार्य ही करते हैं अन्य लोगों द्वारा जब कार्य मांगा जाता है तो कहा जाता है कि कार्य इस समय नहीं है सरकार की मंशा के विपरीत लोगों को जीवन यापन करने के उद्देश्य से महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार योजना पर करोड़ों रुपए सरकार खर्च कर रही है कि लोगों को बाहर पलायन न करना पड़े और रोजगार उनके गांव में ही उनको मिले लेकिन जिम्मेदार लोगों द्वारा सरकार की मंशा के विपरीत कार्य करके सरकार पर ग्रामीणों को आरोप लगाने का मौका दे रहे हैं ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम पंचायत में सामुदायिक शौचालय कूड़ा अपशिष्ट प्रबंधन केंद्र आदि भी भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया है चारों तरफ भ्रष्टाचार हाहाकार मचा रहा लेकिन जिम्मेदार सचिव की मनमानी के कारण विकास कार्य चढ़ गए भ्रष्टाचार की भेंट रोजगार सेवक पर ग्रामीणों ने कार्य न देने का आरोप लगाया और फर्जी जॉब कार्डों पर हाजिरी लगाकर भुगतान निकालकर बंदर बांट करने का भी आरोप लगाया है अब यह निष्कर्ष तो जांच के बाद ही पता चलेगा कि भ्रष्टाचार कितना हुआ है या नहीं यह जांच का विषय है





