यूपीएमआरसी की ओर से आगरा मेट्रो प्रोजेक्ट के लिए मोती कटरा में टनल का काम चल रहा है, लेकिन टनल निर्माण के दौरान मोती कटरा क्षेत्र में मकानों में दरार आने, चटकन आने आदि की शिकायतें लगातार सामने आ रही हैं. मेट्रो अधिकारियों ने इस पर अपना पक्ष भी रखा था कि यह दरारें उन मकानों में आ रही हैं जो काफी पुराने और पहले से जर्जर स्थिति में हैं लेकिन लगातार शिकायतें के बाद एक बार फिर कैबिनेट मंत्री योगेंद्र उपाध्याय मोती कटरा क्षेत्र में मकानों की स्थिति देखने के लिए पहुंचे.




आज पूर्वान्ह मोती कटरा में चल रहे मेट्रो के अंडरग्राउंड लाइन के काम का उन्होंने निरीक्षण किया. उन्होंने क्षेत्र के लोगों की समस्या भी सुनी. मकानों में दरारें आने और ठीक से रिपेयेरिंग न करने के आरोप लोगों ने लगाए. इस पर योगेंद्र उपाध्याय भड़क गए और उन्होंने मेट्रो अधिकारियों से कड़े शब्दों में कहा कि अगर जनता के अपेक्षा के अनुरूप काम नहीं होगा तो मैं मेट्रो का काम नहीं होने दूंगा. इससे यूपी मेट्रो के अधिकारी सन्न रह गए.
मंत्री ने कहा कि यूपीएमआरसी ने काम शुरू होने से पहले तकनीकी एडवाइज ठीक से नहीं ली है. यदि ली भी होगी तो उसका ठीक से क्रियान्वित नहीं किया है. उन्होंने कहा कि यहां चल रहे कार्य का थर्ड पार्टी आईआईटी से सर्वे कराया जाएगा. उसकीभी ओपिनियन मांगी गई है. साथ ही हमने भी अपने तकनीकी एडवाइजर बुलाए हैं. उनकी भी ओपिनियन ली जाएगी. इन सबकी टीम बनाकर नये सिरे से सर्वे कराया जाएगा.
निरीक्षण के दौरान लोगों ने बताया कि बहुत से मकानों की छतों व छज्जों को गिरने से बचाने के लिए न तो जैक लगाए गए हैं और न ही मरम्मत का कार्य कराया जा रहा हे. इससे यहां के लोगों में नाराजगी है. निरीक्षण के दौरान मंत्री ने कहा कि मेट्रो टीम को सबसे पहले क्षेत्र की चोक सीवर लाइनों को खुलवाने का काम करना चाहिए. इसके साथ ही जो पाइप लाइन फट गई है, उनकी भी मरम्मत होनी चाहिए.
