हिमाचल और गुजरात में सभी पार्टियां जोर-शोर से चुनाव प्रचार कर रही हैं. वहीं निर्वाचन आयोग ने कहा कि गुजरात और हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर नकदी, शराब और मुफ्त उपहारों की रिकॉर्ड जब्ती हुई है. हिमाचल में जहां शनिवार 12 नवंबर को मतदान हुआ है, वहीं गुजरात में एक और पांच दिसंबर को मतदान होगा. निर्वाचन आयोग ने कहा कि 2017 के विधानसभा चुनावों की तुलना में हिमाचल प्रदेश में इस तरह के सामान की बरामदगी में पांच गुना वृद्धि हुई है.
आयोग ने कहा कि मतदान पूर्व मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार के
नेतृत्व में एक योजना के तहत जब्ती के मामले में उत्साहजनक परिणाम हासिल
हुए हैं. गुजरात में चुनावों की घोषणा के कुछ ही दिनों में 71.88 करोड़
रुपये की नकदी जब्त हुई, जो 2017 के विधानसभा चुनावों में आदर्श आचार
संहिता लागू करने की पूरी अवधि में की गई बरामदगी से भी अधिक है. उस समय यह
27.21 करोड़ रुपये थी.
इसी तरह, हिमाचल प्रदेश में भी 2017 के 9.03 करोड़ रुपये की तुलना में
50.28 करोड़ रुपये बरामद हुए जो, पांच गुना से अधिक की वृद्धि को दर्शाता
है. बता दें कि हिमाचल प्रदेश और गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए ताबड़तोड़
चुनाव प्रचार हो रहे हैं. हिमाचल में शांतिपूर्ण मतदान सुनिश्चित कराने के
लिए अर्धसैनिक बलों की 67 कंपनियां तैनात की जाएंगी, जिसमें 15 सीआरपीएफ
कंपनियां शामिल हैं. हिमाचल प्रदेश में 12 नवंबर तो गुजरात में 1 और 5
दिसंबर को होने जा रहे विधानसभा चुनाव के लिए सभी पार्टियों ने अपनी पूरी
ताकत झोंक दी है.