चित्रकूट। आज जनपद के राजकीय संप्रेक्षण गृह (किशोर)के किशोरों (किशोर कैदियों )के चेहरे में आत्म विश्वास से लवरेज खुशी साफ झलक रही थी, और इसकी वजह थी, अभी थोड़ी देर पहले ही जिले की अपर जिला जज और विधिक साक्षरता प्राधिकरण की सचिव नीलू मैनवाल और किशोर बोर्ड की प्रधान मजिस्ट्रेट अंजलिका प्रियदर्शिनी का उनके समक्ष उद्बोधन।
अवसर था,पुरस्कार वितरण समारोह का,
उन प्रतियोगिताओं के लिए, जिनका आयोजन विश्व अहिंसा दिवस समारोह के अवसर पर नगर की सामाजिक संस्था आयुष्मान वानप्रस्थ विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित कराई गई थी।
समारोह की शुरुवात दीप प्रज्वलन के साथ करने के बाद आयोजन की मुख्य अतिथि नीलू मैनवाल ने कहा कि मुझे अत्यंत प्रसन्नता है, कि संप्रेषण ग्रह के किशोरों ने उत्साह के साथ प्रतियोगिताओं में सहभाग किया है। किशोरों का उत्साह वर्धन करते हुए उन्होंने कहा कि, आप सभी में वह सभी क्षमताएं है, जो हम सभी में है। दुर्घटना, परिस्थिति या भाग्य की विडंबना के कारण आप कुछ समय के लिए यहां है, यह आपकी मंजिल नहीं है, एक छोटा सा पड़ाव है,आपको बहुत आगे जाना है, अपने सामाजिक दायित्वों का निर्वाह करना है। हम सब की शुभकामनाए आप सभी के साथ है।
कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि और किशोर न्याय बोर्ड की प्रधान मजिस्ट्रेट अंजलिका प्रियदर्शिनी ने कहा,कि हम सभी के अंदर सकारात्मक और नकारात्मक शक्तियों समान रूप में पाई जाती है,नकारात्मक वृतियों पर अंकुश लगाना और सकारात्मक ऊर्जा को साधने से जीवन सार्थक बन जाता है, लेकिन दुर्भाग्य वश नकारात्मकता के वशीभूत होकर कभी जाने, अनजाने में हमसे कुछ भूल, कुछ चूक हो सकती है,लेकिन वह हमारी नियति नहीं है, अपने पुरुषार्थ को जगाकर, दृढ़ संकल्प के सहारे हम परिस्थितियों को बदल सकते है। आप सभी अपने समय का सदुपयोग करें, जीवन में बदलाव लाने पर अपनी पूरी ऊर्जा लगाएं, परिस्थितियां बदलेंगी।
मंत्र मुग्ध होकर किशोरों ने दोनो न्यायाधीशों को सुना, कृतज्ञता के साथ ताली बजाकर उनकी शिक्षाओं का समर्थन किया। लेकिन उनके चेहरे की चमक बता रही थी, की असर गहरा हुआ है।
आयुषमान वानप्रस्थ विश्व विद्यालय के निदेशक बलबीर सिंह ने बताया कि हमारा संस्थान शैक्षिक संस्थानों में 2006 से प्रतियोगिताएं आयोजित कर रहा है।इस वर्ष पहली बार समाज में उपेक्षित और वंचित वर्ग में शामिल बाल संप्रेक्षण गृह,कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय, और जिला कारागार में यह प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं।
आज के आयोजन में सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पाने वाले आलोक पटेल, निबंध में प्रथम स्थान पाने वाले नितेश महावर, द्वितीय आलोक पटेल, तृतीय आनंद हिमांशु, और चित्रकला प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पाने वाले आशीष बिंद, द्वितीय मोहित और तृतीय सतेंद्र सिंह को शील्ड, प्रमाण पत्र, और गांधी साहित्य देकर सम्मानित किया गया।
समारोह में शामिल सुषमा सिंह ने किशोरों को आशीर्वाद देते हुए उन्हें अपने भविष्य का सकारात्मक मानचित्र अपने हृदय में बनाकर उस के क्रियान्वयन के लिए दृढ़ संकल्प के साथ आगे बढ़ने का आवाहन किया।
बेटी बचाओ ,बेटी पढ़ाओ अभियान की संयोजक अनीता सिंह ने कहा, अपनी सोई शक्तियों को पहचानिए, आप का जीवन अमूल्य है।
आभार ज्ञापित करते हुए डॉ भाभा कॉन्वेंट स्कूल के प्रबंधक और कई सामाजिक और साहित्यिक संस्थाओं के बीज हस्ताक्षर डॉ.मनोज द्विवेदी ने प्रभारी वीर सिंह जी का प्रतियोगता में बच्चों को शामिल कराने के लिए आभार जताया।प्रेरक उद्बोधन के लिए दोनो जज साहिबा का धन्यवाद दिया और किशोरों को नई ऊर्जा के साथ आने वाले कल का सामना करने का आवाहन किया।
आयोजन में न्याय बोर्ड के सदस्य शिव शंकर त्रिपाठी और अर्चना श्रीवास्तव,विधि और परिवीक्षा अधिकारी अंजना पोर वार ,परामर्श दाता दीपक शर्मा,सामाजिक कार्यकर्ता अर्जुन सिंह, शिक्षक राजीव कुमार सिंह और अनिमेष मिश्रा,विधिक सहायक जितेंद्र और गोविंद तथा बाल संप्रेक्षण गृह का पूरा स्टाफ उपस्थित रहा।