रायपुर। छत्तीसगढ़ में करीब एक तिहाई विधानसभा सीटें आदिवासी-आरक्षित हैं।
यहां के एक असरदार संगठन, सर्वआदिवासी समाज ने इन सीटों सहित करीब 50 सीटों पर चुनाव लडऩे की घोषणा की है, और समाज के मुखिया अरविंद नेताम ने गैरआरक्षित सीटों पर भी गैरआदिवासी उम्मीदवार खड़े करने की घोषणा की है जहां पर आदिवासियों की पर्याप्त आबादी हो।
छत्तीसगढ़ के आदिवासी इलाकों में कांग्रेस और भाजपा से परे भी कई किस्म के मुद्दे हैं।
उन सब पर इस अखबार ‘छत्तीसगढ़’ के संपादक सुनील कुमार को न्यूजरूम से सुनें।