पुलिस ने दबोचा तो खुले कई राज
हाल के कुछ समय में डिजिटल अरेस्ट की कई घटनाएं सामने आई हैं. आगरा में लगातार लोग इसके जरिए शिकार हो रहे हैं. आज पुलिस ने इस गैंग के एक सदस्य को अरेस्ट किया है जोकि आगरा के अछनेरा का ही रहने वाला है. यह बड़ी चालाकी के साथ लोगों की मोबाइल सिम और एटीएम डिजिटल अरेस्ट गैंग को सप्लाई करता था. पुलिस ने इसके पा से 10 सिम भी बरामद की हैं. इसका एक और साथी था लेकिन वो पुलिसके हाथ से निकल गया.
एसटीएफ इंस्पेक्टर ने बताया कि दिल्ली और मेवात में सक्रिय साइबर ठगों को आगरा से सिम बेचे जाने की जानकारी मिली थी. इस पर एसटीएफ ने जांच की तो बुधवार रात को केंद्रीय हिंदी संंस्थान रोड खंदारी पर आई10 कार को रोका गया. उसमें दो युवक थे. पुलिस को देख एक युवक भाग गया लेकिन पुलिस ने दूसरे को पकड़ लिया. पकड़े गए युवकका नाम अछनेरा निवासी शाहरुख है. पुलिस ने इसके पास से 10 एक्टिवेटेड सिम और 14 एटीएम कार्ड बरामद किए.
पूछताछ की गई तो पता चला कि शाहरुख कबाड़ का काम करता है. दिल्ली में उसका भाई एमके रहता है. इसकी मेवात हरियाणा में भी रिश्तेदारी है. इससे वह साइबर अपराधियों के संपर्क में आ गया. वह मथुरा के रहने वाले तेजवीर के साथ मिलकर अपराधियों कोलोगों की सिम उपलब्ध कराता था. ये लोग मजदूर वर्ग के लोगों को रुपयों का लालच देकर उनके नाम से बैंक में खाते खुला लेता था. उन्हें 2 से 5 हजार रुपये देता था. खतों से उनकी आईडी पर लिए गए सिम को लिंक कराने के बाद साइबर ठगों को उपलब्ध करा देता था. साइबर अपराधी इन खातों में लोगों से ठगी गई रकम को ट्रांसफर करा लेते थे. सिमों का प्रयोग यूपीआई आईडी चलाने और लोगों को व्हाट्सअप कॉल करने में करते थे. मामले पुलिस ने थाना न्यू आगरा में केस दर्ज कराया है.