नई दिल्ली : कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा वीडी सावरकर की आलोचना से महाराष्ट्र विकास आघाड़ी गठबंधन में आए तनाव को कम करने के लिए शरद पवार सक्रिय हो गए हैं। उन्होंने इस मुद्दे पर शिवसेना की चिंता कांग्रेस नेतृत्व को बताई है। कांग्रेस अध्यक्ष की ओर से सोमवार शाम बुलाई गई विपक्ष की बैठक में पवार ने यह मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि सावरकर को निशाना बनाना महाराष्ट्र में विपक्षी गठबंधन की मदद नहीं करेगा। सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस ने सावरकर मुद्दे पर ऐहतियात बरतने का संकेत दिया है। मंगलवार को संजय राउत ने राहुल गांधी से मिलकर उन्हें अपनी पार्टी के रुख के बारे में बताया।
राहुल के खिलाफ सावरकर के पोते करेंगे FIR
कांग्रेस नेता राहुल गांधी की तरफ से स्वातंत्र्य वीर विनायक दामोदर सावरकर पर की गई टिप्पणी को लेकर महाराष्ट्र की राजनीति में जबरदस्त उबाल देखने को मिल रहा है। एक तरफ जहां सावरकर के पोते रंजीत सावरकर ने राहुल के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की बात कही है रंजीत सावरकर ने राहुल गांधी पर कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने राहुल को चुनौती देते हुए वह दस्तावेज दिखाने को कहा जो साबित करे कि सावरकर ने अंग्रेजों से माफी मांगी थी। BJP ने राहुल गांधी से ब्रिटेन में लोकतंत्र पर दिए बयान पर माफी की मांग की थी। इस पर उन्होंने कहा था कि वह सावरकर नहीं हैं और माफी नहीं मांगेंगे। उद्धव ने इस पर राहुल की आलोचना की थी और कहा था कि उनकी पार्टी सावरकर का अपमान बर्दाश्त नहीं करेगी।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सरकारी बंगला खाली करने के नोटिस का मंगलवार को जवाब दिया। उन्होंने कहा कि अपने अधिकारों को सुरक्षित रखते हुए मैं इस नोटिस का पालन करूंगा। लोकसभा की सदस्यता से अयोग्य घोषित किए जाने के बाद लोकसभा सचिवालय ने सोमवार को उन्हें नोटिस भेजकर 22 अप्रैल तक सरकारी बंगला खाली करने को कहा है। बंगला छोड़ने के नोटिस को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने कहा कि राहुल अपनी मां सोनिया गांधी के आवास पर रह सकते हैं। खरगे ने कहा कि मैं खुद राहुल के लिए अपना घर खाली कर सकता हूं।
राहुल गांधी को लोकसभा की सदस्यता के अयोग्य ठहराने के फैसले से नाराज कांग्रेस लोकसभा स्पीकर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने पर विचार कर रही है। इसके लिए पार्टी तमाम विपक्ष दलों से विचार विमर्श कर रही है। सूत्रों के मुताबिक मंगलवार सुबह कांग्रेस नेताओं की मीटिंग में इस बारे में विचार किया गया। उसके बाद विपक्ष के बाकी दलों से बात शुरू की गई। बताया जा रहा है कि सोमवार को यह अविश्वास प्रस्ताव लाया जा सकता है, हालांकि कुछ विपक्षी दल इस प्रस्ताव को लाने के पक्ष में नहीं हैं।