कौशांबी के एक युवक ने भगवान शिव की भक्ति आराधना के बाद मनचाही दुल्हन न मिलने से नाराज़ होकर मंदिर के शिवलिंग को गायब कर दिया. इस मामले की जानकारी मंदिर प्रबंधन को हुई तो हड़कंप मच गया. आनन फानन में महेवाघाट पुलिस को सूचना दी गई. पुलिस के द्वारा मंदिर के शिवलिंग को 9 घंटे बाद बरामद किया गया. आरोपी युवक ने बताया कि उसने शिवलिंग को मंदिर से कुछ दूर एक बांस की झाड़ी में रख दिया है. ग्रामीणों के गुस्से को देखते हुए थाना पुलिस ने युवक पर कानूनी कार्यवाही करते हुए उसे जेल भेज दिया है.
यह वाकया, कौशांबी जनपद मुख्यालय से करीब 20 किलोमीटर दूर चित्रकूट मार्ग पर कुम्हियांवा कस्बा का है. इस कस्बे में एक प्राचीन भैरव बाबा का देव स्थान है. जिसमे भगवान शिव का प्राचीन मंदिर स्थापित है. जिसकी देख-रेख गांव का विजय बहादुर यादव एवं उनकी पत्नी किरण देवी के जिम्मे है. रोज की तरह किरण सावन माह के अंतिम दिन पूजा के लिए घर से मंदिर पहुंची. किरण देवी ने बताया, सावन के अंतिम सोमवार को वह जब मंदिर आई तो मंदिर के गर्भगृह से शिवलिंग ग़ायब था. उसने यह बात अपने पति वीरेंद्र सिंह को बताई. शिवलिंग गायब होने से व्यथित हो गई.
आस- पास तलाश करने के बाद भी जब वह नहीं मिला. ग्रामीणों की सूचना पर पुलिस आई और उसने मंदिर के गायब शिव लिंग को खोजने में गाव के लोगो से पूछ-ताछ शुरू की. करीब 9 घंटे की जांच पड़ताल के बाद पुलिस वालों को गांव के एक युवक छोटू पर शव हुआ. जिसे पकड़ कर पुछताछ की गई. युवक ने बताया कि उसने शिवलिंग मंदिर को मंदिर से 10-12 कदम दूर बांस की कोट (झाड़ियो) में रखा है.
स्थानिय लोगों ने बताया कि छोटू उनके गांव की दलित बस्ती में रहने वाला युवक है. वह अक्सर मंदिर में आकार पूजा- पाठ किया करता था. उसने मनचाही लड़की से शादी होने की मनौती मान रखी थी. जिसके पूरा न होने पर छोटू ने ही मंदिर गर्भगृह से शिवलिंग को करीब 10-12 कदम की दूरी पर बास के कोट (झाड़ियो) मे फेंक दिया था. शिवलिंग को तलाश करने के लिए मंदिर में पुलिस बुलानी पड़ी. पुलिस ने आकार छोटू को पकड़ा.