उत्तर प्रदेश के बिजनौर से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. जहां लव मैरिज करने वाले युवक को अपने ही गांव में आने से रोक दिया गया. इतना ही नहीं गांव की पंचायत ने लोगों से स्टांप पेपर पर सिग्नेचर करवाए. पीड़ित युवक ने अपने गांव में जाने के लिए पुलिस से मदद मांगी है.
जानकारी के मुताबिक शादी के बाद से युवक अपनी पत्नी को के साथ गांव से बाहर रहे रहा था. लेकिन जब वो दशहरा के मौके पर अपने गांव लौटना चाहता था, तो गांव के लोगों ने उसके और उसकी पत्नी के गांव में प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया.
यह घटना मुकरंदपुर राजमल गांव में की है, यहां रहने वाले अभिषेक नाम के युवक ने तीन महीने पहले अपनी ही जाति की लड़की से प्रेम विवाह किया था. शादी के बाद से वह अपनी पत्नी को लेकर गांव से बाहर रहने लगा था. लेकिन जब वह दशहरा के मौके पर अपने गांव लौटना चाहता था, तो गांव के लोगों ने उसके और उसकी पत्नी के गांव में प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया.
प्रेम विवाह करने पर युवक को पंचायत ने गांव में घुसने से रोका
गांव की पंचायत ने अभिषेक के परिवार से स्टांप पेपर पर लिखवाकर यह फरमान जारी किया कि यदि अभिषेक और उसकी पत्नी गांव आएंगे, तो उसके परिवार को भी पंचायत के निर्णय के अनुसार सजा दी जाएगी. इस फैसले के कारण अभिषेक और उसकी पत्नी ने एसपी अभिषेक झा से मुलाकात की. उसने पंचायत द्वारा जारी स्टांप पेपर भी एसपी को सौंपा और कहा कि उन्हें अपनी जान का खतरा है. साथ ही, परिवार का भी बहिष्कार किया जा रहा है.
एसपी अभिषेक झा ने मामले को गंभीरता से लेते हुए संबंधित थाना अध्यक्ष को जांच के निर्देश दिए और युवक-युवती की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आदेश दिए. उन्होंने यह भी कहा कि अगर पंचायत के लोग किसी तरह की अनुचित कार्रवाई करते हैं, तो उनके खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे.
पुलिस ने कड़ी सुरक्षा के युवक और उसकी पत्नी को गांव पहुंचाया
इसके अलावा एसपी के आदेश पर नगीना क्षेत्र के सीओ भरत सोनकर और बढ़ापुर के थाना प्रभारी ने पुलिस सुरक्षा में अभिषेक और उसकी पत्नी को उनके गांव पहुंचाया. पुलिस ने उन्हें सुरक्षा का आश्वासन देते हुए उनके परिवार को भी पूरी सुरक्षा मुहैया कराने का वादा किया है. पुलिस ने साफ कर दिया है कि यदि किसी ने भी उनके या उनके परिवार के साथ अभद्रता की, तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी.